
वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट हमले के लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही ईरान को धमकी दी है कि अगर इन हमलों में किसी अमेरिकी नागरिक की मौत हुई, तो इसका जवाब दिया जाएगा। ट्रंप ने अमेरिकी दूतावास पर दागे गए रॉकेट की तस्वीर ट्वीट करते हुए कहा कि ये रॉकेट ईरान से आए हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट करके कहा कि रविवार को बगदाद में हमारे दूतावास पर कई रॉकेट दागे गए। तीन रॉकेट दागे नहीं जा सके। अनुमान लगाइए ये रॉकेट कहां से आए थे-ईरान। हम ऐसी चर्चा सुन रहे हैं कि इराक में अमेरिकी लोगों पर और हमले हो सकते हैं। ईरान को मेरी दोस्ताना सलाह है। यदि एक अमेरिकी मारा गया तो मैं इसके लिए ईरान को जिम्मेदार ठहराऊंगा। मैं इसे गंभीरता से ले रहा हूं। उधर, इराक की सेना ने बताया कि रविवार को अत्यंत सुरक्षित माने जाने वाले ग्रीन जोन इलाके में स्थित अमेरिकी दूतावास पर कई रॉकेट दागे गए।
इस रॉकेट हमले से तनाव के बढ़ने की आशंका बढ़ गई है। इराकी सेना ने कहा कि एक प्रतिबंधित संगठन ने ग्रीन जोन पर आठ रॉकेट दागे। इस हमले में एक इराकी सैनिक घायल हो गया है और कई कारों तथा इमारतों को नुकसान पहुंचा है। अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय ह्वाइट हाउस में ऐसी चिंता है कि ईरान समर्थित सैनिक इराक में 3 जनवरी को ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या की याद में हमला कर सकते हैं। ईरानी जनरल सुलेमानी इराक में एक अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए थे। ताजा रॉकेट हमले के बाद अमेरिका के कार्यवाहक रक्षामंत्री, विदेश मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने बुधवार को मुलाकात की थी।
इस हमले का मकसद ईरान के हमले के बाद राष्ट्रपति के लिए और ज्यादा हवाई हमलों को रोकने के लिए विकल्पों को तैयार करना था। एक अधिकारी ने कहा कि हर विकल्प को इस तरह से बनाया गया है कि तनाव भड़के नहीं, साथ ही और ज्यादा हमलों को रोका जा सके। अमेरिकी सेना ने भी एक बयान जारी करके कहा कि ये बगदाद में हुए ये हमले लगभग निश्चित हैं कि ईरान समर्थित मिलिशिया की ओर से किए गए हैं।