
लंदन । ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप को लेकर मचे हड़कंप के बीच जर्मनी की दवा कंपनी बायोएनटेक ने दावा किया है कि उसका टीका ब्रिटेन में सामने आए वायरस के नए प्रकार के खिलाफ भी असरदार है, लेकिन पूरी तरह सुनिश्चित होने के लिए आगे और अध्ययन की जरूरत है। हालिया हफ्ते में ब्रिटेन के लंदन और दक्षिणी इंग्लैंड में नए प्रकार के कोरोना वायरस का पता लगने के बाद दुनिया में चिंताएं बढ़ गई हैं। अब तक ऐसे संकेत नहीं मिले हैं कि यह नया स्वरूप ज्यादा घातक है लेकिन ऐहतियाती कदम उठाते हुए यूरोप और दुनिया के कई देशों ने ब्रिटेन से आने-जाने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। यूरोपीय संघ ने फाइजर-बायोएनटेक के टीके को मंजूरी दे दी है।
बायोएनटेक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) उगुर साहीन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा 'इस समय हमें यह नहीं पता है कि हमारा टीका (वायरस के) नए प्रकार के खिलाफ सुरक्षा मुहैया कराने में सक्षम है या नहीं।' उन्होंने कहा, 'लेकिन वैज्ञानिक तथ्यों के आधार पर इसकी पूरी संभावना है कि यह टीका वायरस के नए स्वरूप के खिलाफ भी प्रतिरक्षा तैयार करने का काम करेगा।' साहीन ने कहा कि ब्रिटेन में वायरस के नए स्वरूप पर प्रोटीन अंश 99 प्रतिशत तक मौजूदा 'स्ट्रेन' के समान ही हैं इसलिए 'वैज्ञानिक आधार' पर बायोएनटेक आश्वस्त है कि टीका प्रभावी रहेगा।
साहीन ने कहा, 'वैज्ञानिक फिलहाल इस पर परीक्षण कर रहे हैं और अगले दो हफ्ते में आंकड़े मिल जाएंगे। उन्होंने कहा, 'उम्मीद है कि हमारा टीका काम करेगा।' साहीन ने कहा कि वायरस के नए स्वरूप से लड़ने के हिसाब से टीके को तैयार कर लिया जाएगा और इसमें छह हफ्ते लग सकते हैं। हालांकि, इसके इस्तेमाल के पहले नियामक की मंजूरी की जरूरत पड़ेगी। बायोएनटेक ने अमेरिका की अग्रणी दवा कंपनी फाइजर के साथ मिलकर कोरोना वायरस से रोकथाम का टीका तैयार किया है। ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ समेत 45 से ज्यादा देशों में इस टीका के इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है और हजारों लोग खुराक भी ले चुके हैं। बायोएनटेक के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी सीन मारेट ने कहा, 'यूरोपीय संघ के सभी देशों में अगले पांच दिनों में टीका की पहली खेप पहुंच जाएगी और उसके बाद आगामी हफ्ते में आपूर्ति की जाएगी।' वायरस के नए स्वरूप का पता लगने के बाद जर्मनी ने भी ब्रिटेन से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है। इस बीच, जर्मनी के राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के प्रमुख लोथर वीलर ने कहा कि ऐसी आशंका है कि जर्मनी में भी वायरस के नए स्वरूप का संक्रमण फैल चुका है।