
मास्को । किर्गिस्तान के शीर्ष पद के लिए राष्ट्रवादी राजनेता सदिर जापारोव निर्वाचित हुए हैं। रविवार को हुए चुनाव में न केवल उन्हें जीत मिली है बल्कि राष्ट्रपति को और शक्तियां देने के लिए संविधान में बदलाव के जनमत संग्रह को भी मंजूरी मिल गई। अक्टूबर में पूर्व राष्ट्रपति के सत्ता से हटने के बाद चुनाव हुए हैं। उन्हें इस पद से हटाने के लिए हुए आंदोलनों के समय राष्ट्रवादी जापारोवा जेल से रिहा हुए थे। देश में विवादित संसदीय चुनाव के बाद से ही गतिरोध चल रहा था, उस चुनाव में सरकार समर्थित पार्टियों की जीत हुई थी। विपक्षी पार्टियों ने मतों के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति सूरोनबई जीनबेकोव को 15 अक्टूबर को पद से हटने पर मजबूर कर दिया था। जापारोवा एक क्षेत्रीय गर्वनर के अपहरण के मामले में दोषी करार दिए गए थे जिसके बाद उन्हें 2017 में जेल की सजा हुई थी। किर्गिस्तान सोवियत संघ के विघटन के बाद अलग देश बना था।