
दमिश्क । सीरिया में इसराईल के लड़ाकू विमानों ने बुधवार को बमबारी की। लड़ाकू विमानों की आवाज से पूर्वी सीरिया का आसमान घंटों तक गूंजता रहा। लड़ाकू विमानों ने इस दौरान ईरान समर्थित मिलिशिया के ठिकानों और हथियार डिपो को बम गिराकर उड़ा दिया। बताया जा रहा है कि इसराईली विमानों की इस भीषण बमबारी में मिलिशिया के दर्जनों लड़ाके मारे गए जबकि बड़ी संख्या में घायल हो गए हैं। अमेरिकी खुफिया विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार खुफिया जानकारी के आधार पर हवाई हमले किए गए हैं। गौरतलब है कि सीरिया में हमलों के लिए निशाना चुनने में इसराईल और अमेरिका के बीच सहयोग को बहुत कम सार्वजनिक किया जाता है। अधिकारी ने बताया कि हमले में सीरिया के कई गोदामों को निशाना बनाया गया, जिनमें ईरान से आए हथियारों को रखा गया था। राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े संवेदनशील मुद्दे पर बात के दौरान पहचान गुप्त रखने का अनुरोध करते हुए अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने मंगलवार को इस हवाई हमले के बारे में इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद के प्रमुख योसी कोहेन से चर्चा की थी। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी के अनुसार हमले में इराक की सीमा से सटे डेर अल-जोर, मयादीन और बुकमाल शहरों और आसपास के क्षेत्रों को निशाना बनाया गया। ब्रिटेन स्थित संस्थान सीरियन ऑबजर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स का कहना है कि सात सीरियाई नागरिकों सहित 23 लोग मारे गए हैं और 28 घायल हुए हैं। हालांकि, उनके इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। इजरायल ने अभी तक इस एयरस्ट्राइक को लेकर कोई खास जानकारी नहीं दी है।