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पूजा में फूलों का महत्व   

पूजा में फूलों का महत्व   

फूल हमारी श्रद्धा और भावना का प्रतीक हैं। इसके साथ ही ये हमारी मानसिक स्थितियों को भी बताते हैं। फूल बहुत ही शुभ और पवित्र होते हैं। इसलिए कोई भी पूजा बिना फूलों के पूरी नहीं होती है। फूलों के अलग-अलग रंग और सुगंध अलग तरह के प्रभाव पैदा करते हैं। पूजा में सही रंग के फूल सही तरीके से अर्पित किए जाएं तो जीवन की सभी समस्याओं को दूर किया जा सकता है।   
धार्मिक मान्यताओं में फूलों का प्रयोग पूजा और उपासना के लिए किया जाता है। मान्यता है कि इससे ईश्वर की कृपा बहुत जल्दी होती है। आइए जानते हैं उपासना में फूल क्यों होते हैं इतने महत्वपूर्ण। 
भगवान विष्णु को नियमित रूप से पीले गेंदे के फूलों की माला चढ़ाएं। इससे आपको संतान सम्बन्धी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।
लक्ष्मी जी को नियमित गुलाब अर्पित करने से आर्थिक स्थिति अच्छी हो जाती है।
गुलाब देने से रिश्ते मजबूत होते हैं। प्रेम और वैवाहिक जीवन सुखद हो जाता है।
किसी भी एकादशी को कृष्ण जी को दो कमल के फूल अर्पित करें।
आपकी संतान प्राप्ति की अभिलाषा पूरी होगी।
अगर 27 दिन तक रोज एक कमल का फूल लक्ष्मी जी को अर्पित किया जाए तो अखंड राज्य सुख की प्राप्ति होती है।
नियमित रूप से देवी को गुड़हल अर्पित करने से शत्रु और विरोधियों से राहत मिलती है।
सूर्य जो गुड़हल का फूल डालकर जल अर्पित करने से नाम यश मिलता है।
सफ़ेद फूल जल में डालकर चन्द्रमा को अर्पित करें। 
रात में बजरंगबली की पूजा इसलिए होती है ज्यादा लाभकारी (19एफटी02एचओ)
हनुमान जी हमेशा ही भगवान श्रीराम की भक्ति में लीन रहते हैं सारा दिन प्रभु की सेवा में लगे रहते हैं। इसलिए ऐसी मान्यता है कि रात के समय जब भगवान श्रीराम विश्राम करते हैं, उस समय हनुमान जी की पूजा की जाए तो वो अपने भक्तों की पुकार अवश्य सुनते हैं।
इसलिए यदि आप हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो रात में अवश्य हनुमान जी का पूजन करें। बजरंगबली अवश्य आपकी पुकार सुनेंगे।
कष्ट दूर करें 
यदि आपके जीवन में किसी भी तरह की परेशानी या कष्ट हैं तो रात के समय हनुमान चालीसा का पाठ करें। यदि आप पाठ 9 बजे रात शुरू करते हैं तो हर दिन उसी वक्त करें। यानी पाठ करने का समय ना बदलें। अपना आसन भी एक ही रखें उसे भी ना बदलें। आप देखेंगे की 21 दिन लगातार पाठ करने के बाद आपकी समस्या हल होना शुरू हो जाएगी।
यदि बच्चा आपका कहना नहीं मानता है
प्रत्येक मंगलवार तथा शनिवार रात 8 बजे श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें, कुछ ही दिन में बच्चे का स्वभाव बदलेगा और आपकी बात मानने लगेगा। 
यदि विदेश में सफलता नहीं मिल रही है
यदि आप विदेश में हैं और आपको सफलता नहीं मिल रही है तो हनुमान चालीसा का प्रतिदिन रात 8.30 बजे पाठ करें और कोशिश करें कि 9 दिन में 108 पाठ पूरे हो जाएं। आप देखेंगे आपको सफलता मिलने लगेगी।
इन बातों का रखें ख्याल
हनुमान जी की वो तस्वीर लगायें जिसमें भगवान राम, लक्ष्मण और सीता जी भी हों। 
हनुमान जी की पूजा उपासना करते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, आपके पूजा का स्थान साफ होना चाहिए।
हनुमान जी की पूजा के बाद आरती अवश्य करें।
हनुमान जी को बेसन से बनी मिठाई का भोग लगाएं।
पूजा के स्थान पर शांति रखें।
 

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