
बर्लिन। माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स ने भविष्य की महामारी को लेकर चेतावनी जारी की है। उन्होंने दावा किया है कि भविष्य में जो भी महामारी आएगी वह वर्तमान के कोरोना वायरस से 10 गुना ज्यादा घातक होगी। उन्होंने कहा कि सभी देशों को कोरोना महामारी से सबक सीखना चाहिए। दुनियाभर में कोरोना वायरस से अबतक 22 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि संक्रमितों का आंकड़ा 10 करोड़ से भी ऊपर पहुंच चुका है। मीडिया से बात करते हुए बिल गेट्स ने दुनिया भर की सरकारों से अपने नागरिकों को संभावित नई बीमारियों से बचाने की अपील की। उन्होंने दावा किया कि अगर कोरोना वायरस महामारी आज से पांच साल पहले आई होती, तो दुनिया इतनी जल्दी वैक्सीन नहीं बना पाती।
बिल गेट्स ने उन वैज्ञानिकों और संगठनों की प्रशंसा की जिन्होंने कोविड वैक्सीन बनाने में अपना सहयोग दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने वैश्विक नेताओं से वैक्सीन राष्ट्रवाद से बचने की भी अपील की। गेट्स ने कहा कि सभी को वैक्सीन के उचित वितरण के सहयोग करना चाहिए। अरबपति बिल गेट्स ने अपनी पत्नी के साथ बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन बनाया है। जिसके जरिए वह भारत सहित कई देशों में गरीब और असहायों की सहायता करते हैं। उन्होंने कहा कि जब कोई देश सिर्फ अपने नागरिकों या अपने यहां रहने वाले लोगों के लिए वैक्सीन डोज सुरक्षित करने की कोशिश करता है तो इसे 'वैक्सीन राष्ट्रवाद' नाम दिया जाता है। ऐसी स्थिति तब होती है जब कोई देश वैक्सीन को अन्य देशों में उपलब्ध होने से पहले ही उन्हें अपने घरेलू बाजार और अपने नागरिकों के लिए एक तरह से रिजर्व करने की कोशिश करता है। इसके लिए संबंधित देश की सरकार वैक्सीन मैन्यूफैक्चरर के साथ प्री-परचेज अग्रीमेंट कर लेती है। ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है कि दुनिया के तमाम देश 'वैक्सीन राष्ट्रवाद' की राह पर चल रहे हैं।