नई दिल्ली । भारत ने नेपाल की धार्मिक व सांस्कृतिक महत्व की तीन इमारतों के जीर्णोद्धार के लिए 142 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। नेपाल की राजधानी काठमांडू में शुक्रवार को दोनों दशों के बीच समझौता हस्ताक्षर हुआ। पड़ोसी देश नेपाल में वर्ष 2015 में आई विनाशकारी भूकंप में कई धार्मिक व सांस्कृतिक महत्व की ऐतिहासिक इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। जिनके पुनर्निर्माण के लिए भारत सरकार ने नेपाल के आठ जिलों की 28 इमारतों को अनुदान प्रदान करने की घोषणा की थी। ऐतिहासिक महत्व की इन इमारतों के पुर्ननिर्माण की जिम्मेदारी भारतीय निर्माण कंपनी इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज 'इंटेक' को दी गई थी। इसके अनुपालन में तीन ऐतिहासिक इमारतों के जीर्णोद्धार के लिए 142 करोड़ नेपाली रुपये का समझौता नेपाल और भारतीय अधिकारियों द्वारा किया गया। जिसमें नेपाल की तरफ से पुर्ननिर्माण प्राधिकरण व भारत की तरफ से नेपाल स्थित भारतीय राजदूतावास के इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज के उच्चाधिकारी शामिल रहे। समझौते के तहत काठमांडू स्थित सेतो मत्स्येन्द्रनाथ मंदिर के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए लगभग 62 करोड़ 60 लाख, ललितपुर स्थित पाटन दरबार स्क्वायर मंदिर के लिए 45 करोड़ 60 लाख और काठमांडू स्थित बूढानीलकंठ में धर्मशाला निर्माण के लिए लगभग 33 करोड 40 लाख नेपाली रुपये सहयोग स्वरूप प्रदान किए जाएंगे।
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भारत 3 सांस्कृतिक धरोहरों के जीर्णोद्धार के लिए नेपाल को 142 करोड़ रु देगा