
वॉशिंगटन । यूएस की एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर एमेर कुकी ने कहा कि एस्ट्राजेनेका का टीका लगाए जाने के बाद रक्त के असामान्य थक्के बनने के कथित मामलों को टीके के संभावित दुष्प्रभावों के रूप में रखा जाना चाहिए। खून के थक्के और कम प्लेटलेट्स के मेल की संभावित व्याख्या इम्यून रिस्पॉन्स के रूप में हो सकती है, जोकि कभी-कभी हेपारिन से मरीजों के इलाज के दौरान दिखती है। बयान के तुरंत बाद ब्रिटेन के मेडिसिन रेग्युलेटर ने एस्ट्राजेनेका वैक्सीन को बेहतर बताया है। हालांकि, ब्लड क्लॉटिंग के रेयर मामलों को देखते हुए 30 साल से कम उम्र के लोगों को फाइजर और मॉडर्ना कंपनी के टीके लगाए जाने चाहिए।
ब्राजील समेत 22 देशों में अब तीसरी लहर का खतरा
भारत जहां संक्रमण की दूसरी लहर की चपेट में आ चुका है, वहीं दुनिया के 22 देश ऐसे हैं जहां अब कोरोना की तीसरी लहर ने दस्तक दे दी है। इसमें ब्राजील, फ्रांस, यूक्रेन, रूस जैसे देश भी शामिल हैं। इस बीच, संक्रमण की दूसरी लहर को लेकर चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। दुनिया को सबसे ज्यादा कोरोना की दूसरी लहर ने ही नुकसान पहुंचाया है। इस फेज में सबसे ज्यादा केस तो बढ़े ही साथ में सबसे ज्यादा मौतें भी हुई हैं।