
चुनाव की वजह से जेल प्रशासन रोजा इफ्तार की इजाजत नहीं दे रहा था, लेकिन अब चुनाव निपटने के बाद रोजा इफ्तार की इजाजत मिल गई है। पहली रोजा इफ्तारी २६ मई को है। रोजा इफ्तारी कराने वाले अख्तर हुसैन का कहना है कि शहर के कई गणमान्य लोग और मजहबी रहनुमा वैâदियों को बताएंगे कि किस तरह अमन और शांति से अपराध से दूर रहकर जिंदगी बिताना चाहिए।