
लाहौर । पाकिस्तान में एक बार फिर हिंसा भड़क गई। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा रविवार को प्रतिबंधित इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) पर की गई कार्रवाई में संगठन के तीन कार्यकर्ता मारे गए और कई अन्य जख्मी हो गए। वहीं टीएलपी ने पांच पुलिस अधिकारियों को रविवार को लाहौर से अगवा कर लिया। संगठन के समर्थकों ने एक पुलिस उप-अधीक्षक (डीएसपी) को बंधक बनाकर यातनाएं दी हैं। रेंजर्स और पुलिस ने सुबह लाहौर में टीएलपी के मुख्यालय पर कार्रवाई शुरू की ताकि वहां इकट्ठे हजारों कार्यकर्ताओं को हटाया जा सके। इन लोगों ने मुख्य मुल्तान रोड को जाम कर दिया था। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अभियान के दौरान टीएलपी के तीन कार्यकर्ता मारे गए और कई अन्य जख्मी हो गए। जख्मी होने वालों में पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी सहित कई पुलिसकर्मी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि टीएलपी के समर्थकों की संख्या हजारों में थी इसलिए रेंजर्स और पुलिस उन्हें तीन घंटे के अभियान में नहीं हटा पाई। उन्होंने कहा कि पुलिस ने और अधिक जान जाने की आशंका के कारण अभियान समाप्त कर दिया। संगठन ने एक वीडियो शेयर किया जिसमें अगवा अधिकारी दिख रहे थे। पंजाब प्रांत की पुलिस ने एक बयान में बताया कि सुबह शरारती तत्वों ने नवनकोट पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया। हमले के समय रेंजर्स और पुलिस अधिकारी अंदर ही फंसे थे। उन्होंने नवनकोट डीएसपी का अपहरण कर लिया और मरकज में ले गए। वो कम से पचास हजार लीटर पेट्रोल वाले एक टैंकर को भी मरकज ले गए। पाकिस्तान के पत्रकार हामिद मीर के ट्वीट के जवाब में पुलिस ने कहा कि पुलिस और रेंजर्स ने उन्हें पीछे धकेल दिया है और पुलिस स्टेशन को दोबारा कब्जे में ले लिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मदरसे और मस्जिद के खिलाफ कोई अभियान नहीं चलाया। पुलिस प्रवक्ता आरिफ ने बताया कि टीएलपी सदस्यों के हमले में 11 पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं। सभी का शहर के अलग-अलग हॉस्पिटल में इलाज किया जा रहा है। टीएलपी ने बीते को तब विरोध प्रदर्शन शुरू किया था जब एक कार्टून संबंधी विवाद को लेकर फ्रांसीसी राजदूत को देश से निष्कासित करने के लिए संगठन द्वारा दी गई 20 अप्रैल समयसीमा से पहले संगठन के प्रमुख साद हुसैन रिज़वी को गिरफ्तार कर लिया गया था। हिंसा के बाद पाकिस्तान की इमरान खान ने कट्टर इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान को 1997 के आतंकवाद रोधी अधिनियम के नियम 11-बी के तहत प्रतिबंधित कर दिया था।