
ह्यूस्टन । अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 19 अप्रैल 2021 को इतिहास रच दिया है। नासा ने अपराह्न करीब 4 बजे धरती से पहली बार किसी दूसरे ग्रह के आसमान में हेलिकॉप्टर को उड़ाया। इस हेलिकॉप्टर का नाम है इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर। पहले यह तय हुआ था कि 11 अप्रैल को पहली उड़ान होगी, लेकिन इसे टालकर 14 अप्रैल की तारीख तय की गई थी।
नासा ने कहा है कि हेलिकॉप्टर की टेस्ट उड़ान के दौरान टाइमर सही से काम नहीं कर रहा था, इसलिए उड़ान को टालना पड़ा था। यह तस्वीर इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर के ऑनबोर्ड कैमरे से ली गई है। नीचे मंगल की सतह और हेलिकॉप्टर की परछाई दिख रही है।
नासा ने बताया कि टाइमर की गलती की वजह से प्री-फ्लाइट मोड से फ्लाइट मोड में आने की व्यवस्था थो़ड़ी गड़बड़ हो गई थी। इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर पूरी तरह से सुरक्षित और धरती से संपर्क में है। इसमें लगा वॉचडॉग टाइमर धरती से कमांड सही से नहीं ले रहा था। जिसकी वजह से फ्लाइट सीक्वेंस कमांड धीमी हो गई थी। इसलिए इसे दुरुस्त करके 19 अप्रैल की तारीख तय की गई थी। लाल घेरे में मार्स हेलिकॉप्टर मंगल की सतह से करीब 3 मीटर ऊपर उड़ते हुए दिखाई दे रहा है। यह तस्वीर मार्स पर्सिवरेंस रोवर ने दूर से ली है।
आपको बता दें कि मार्स पर्सिवरेंस रोवर के पेट के नीचे कवर करके भेजा गया इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर 5 अप्रैल को मंगल ग्रह की सतह पर उतारा गया था। यह हेलिकॉप्टर मंगल ग्रह की सतह और वहां के वायुमंडल में रोटरक्राफ्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जा सकता है कि नहीं। 19 अप्रैल की उड़ान एक प्रयोगिक उड़ान थी। इससे यह पता करना जरूरी था कि हम दूसरे ग्रह पर हेलिकॉप्टर उड़ा सकते हैं या नहीं।
इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर को रोवर ने जमीन से चार इंच ऊपर छोड़ा। सतह पर हेलिकॉप्टर के गिरने के बाद रोवर आगे बढ़ गया। 1।8 किलोग्राम के इंजीन्यूटी हेलिकॉप्टर को पर्सिवरेंस रोवर को अपने नीचे पहियों के ऊपर पेट में एक कवर के अंदर सुरक्षित रखा था। 21 मार्च को यह कवर हटाया गया था। नासा ने ट्विटर हैंडल पर लिखा था कि जल्द ही इस रोवर के पेट से उड़ने वाला पक्षी निकलेगा। यह नए रास्ते खोलेगा।