
पिछले महीने उड़ीसा में आए हुए चक्रवात तूफान फोनी ने राज्य में भयानक कहर बरपाया था। 3 मई को राज्य के तटीय जिलों में आए चक्रवात फोनी में करीब 12000 करोड़ रुपए का नुकसान किया था। राज्य सरकार ने तूफान से हुए नुकसान के बाद राज्य के पूनर्निर्माण के लिए विदेशी नागरिकों एवं भारतीय प्रवासियों से चंदा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनके योगदान से कई लोगों को लाभ मिलेगा। इस संबंध में सोमवार को मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि उड़ीसा का राहत कोष अब विदेशी नागरिकों, भारतीय मूल के व्यक्तियों, विदेश में रहने वाले भारतीयों और प्रवासी भारतीयों से मिलने वाला चंदा स्वीकार कर रहा है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उड़ीसा में आए चक्रवात फोनी के बाद 6 मई को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए हवाई सर्वेक्षण किया था। जिसके बाद उड़ीसा की हालत पर प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सहित शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की थी। इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से आपदा प्रभावित राज्य उड़ीसा को 1000 करोड़ रुपए अतिरिक्त सहायता राशि देने का ऐलान किया गया था। बता दे किस से पहले केंद्र सरकार की तरफ से हुई राज्य को 381 करोड रुपए सहायता राशि दी जा चुकी है।