
लंदन । भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर तबाही मचा रही है पर ब्रिटेन की दूसरी लहर भी बहुत ज्यादा खतरनाक थी, जिससे ब्रिटेन तेजी से कामयाब होकर निकला। आज ब्रिटेन दुनिया के उन चंद बड़े देशों में से एक है, जहां तेजी से संक्रमण घटने लगा है। आखिर ब्रिटेन किन तरीकों को अपनाकर सफल हुआ। क्या भारत भी अगर ब्रिटेन की राह पर चले तो क्या कोरोना को मात दिया जा सकता है? ब्रिटेन की दूसरी लहर के पीछे का कारण नया कोरोना वेरिएंट बी117 था। कोरोना वायरस के अनुवांशिक तत्वों में होने वाले परिवर्तन से यह वेरिएंट विकसित हुआ, जो 70 प्रतिशत ज्यादा संक्रामक था। दिसंबर आते-आते अकेले लंदन में इस वेरिएंट से संक्रमित होने वालों की तादाद 62% हो गई। इस संस्करण वाला कोरोना वायरस भारत, अमेरिका, अफ्रीका और अमेरिका में भी फैला। जनवरी के पहले सप्ताह में यहां हर दिन 60 से 67 हजार तक हर दिन मरीज मिल रहे थे। 20 जनवरी को यहां सबसे ज्यादा 1823 मरीजों की मौत हुई।