YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

नेशन

 दिल्ली में कोरोना के हालात से निबटने के लिए सेना की मदद पर विचार कर रहे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

 दिल्ली में कोरोना के हालात से निबटने के लिए सेना की मदद पर विचार कर रहे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

नई दिल्ली । दिल्ली में कोरोना संकट लगातार भयावह होता जा रहा है। ऑक्सीजन संकट के कारण लोगों की दिक्कत लगातार बनी हुई हैं। इसे लेकर हाईकोर्ट भी सख्त है। दिल्ली में कोरोना संकट से निबटने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सेना की मदद पर विचार कर रहे हैं। इंडिया टुडे की खबर के अनुसार केंद्र ने  हाईकोर्ट को बताया कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत ने इस बात की पुष्टि की है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खुद मामले को देख रहे हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर मांग की गई कि राष्ट्रीय राजधानी के कोरोना अस्पतालों में सुविधाओं और निर्बाध ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सेना को सौंपने का निर्देश देने की मांग की गई थी। एक वकील ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया कि ऑक्सीजन की आपूर्ति और वितरण को सशस्त्र बलों को सौंपने की जरूरत है। इसे कोई और संभालने में सक्षम नहीं है। दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति के मुद्दे पर हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही थी। दिल्ली सरकार की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता राहुल मेहरा ने अदालत को बताया कि कोरोना स्थिति को संभालने के लिए सेना की सहायता के लिए उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पहले ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को लिखा है। द्वारका के एक अस्पताल ने हाईकोर्ट को बताया कि उसके मालिक सऊदी अरब से संकट का प्रबंधन नहीं कर सकते हैं और अस्पताल अपनी चाबी जिला अधिकारी को सौंपने के लिए तैयार है। रॉकलैंड अस्पताल के वकील ने कहा कि हमारे संचालक सऊदी अरब से हैं। वहां से वह चीजों का प्रबंधन करने में सक्षम नहीं हैं। लेकिन हम अपना अस्पताल अधिकारियों को सौंपने के लिए तैयार हैं। हमारे पास 77 बेड और वेंटिलेटर हैं। कोरोना के मामले बढ़ने के कारण पिछले दो हफ्तों से दिल्ली के अस्पताल ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं। केंद्र ने शनिवार को दिल्ली में ऑक्सीजन का कोटा 490 मीट्रिक टन से बढ़ाकर 590 मीट्रिक टन प्रतिदिन कर दिया है। हालांकि, दिल्ली सरकार 976 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की मांग केंद्र सरकार से कर रही है। शनिवार को ही दक्षिण दिल्ली के बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से एक वरिष्ठ डाक्टर सहित 12 कोरोना मरीजों की मौत हो गई थी। यह घटना जयपुर गोल्डन अस्पताल में 25 और सर गंगा राम अस्पताल में 20 रोगियों की मृत्यु के बाद अगले दिन घटी। 
 

Related Posts