
वेलिंग्टन । न्यूजीलैंड की संसद ने सर्वसम्मति से चीन में उइगर मुस्लिमों पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार को लेकर न्यूजीलैंड की एसीटी पार्टी ने संसद में प्रस्ताव पेश किया। न्यूजीलैंड के सभी राजनीतिक दलों की सहमति के बाद इस प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।
एसीटी पार्टी द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव में उइगरों मुस्लिमों पर अत्याचार को नरसंहार बताया गया था। बाद में सत्ताधारी दल के परामर्श के बाद नरसंहार शब्द को हटा कर इसकी जगह मानवाधिकार हनन शब्द का प्रयोग किया गया और प्रस्ताव पारित कर दिया गया। संसद में एसीटी पार्टी के नेता ब्रुक वान वेल्डेन ने कहा कि सत्तारूढ़ लेबर पार्टी की वजह से नरसंहार शब्द को गंभीर मानवाधिकार हनन शब्द से बदलना पड़ा। उन्होंने कहा हमारा मानना है कि हमारी अंतरात्मा यदि इसे नरसंहार मानती है, तो हम उसे नरसंहार ही कहेंगे।
न्यूजीलैंड की विदेश मंत्री ननाया महुता सरकार की तरफ से स्पष्टीकरण दिया कि न्यूजीलैंड पहले भी शिनजियांग के मसले पर अपनी चिंता जताता रहा है। नरसंहार अंतरराष्ट्रीय अपराधों में सबसे ऊपर है। ऐसी स्थिति में उसका अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर ही उसी स्तर पर निर्धारण किया जाना चाहिए। ज्ञात हो कि दो दिन पहले ही न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न ने चीन पर निशाना साधा था। उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार की आलोचना की थी। चीन ने न्यूजीलैंड की संसद के इस प्रस्ताव का कड़ा विरोध किया है।