
बीजिंग । दुनिया को कोरोना में धकेलने वाला चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब चीन में एक नया ट्रेंड चल निकला है, जो बेजुबानों (जानवरों) की मौत की वजह बन रहा है।हालांकि, इसके बावजूद कम्युनिस्ट सरकार कोई सख्त कदम उठाने को तैयार नहीं है।सोशल मीडिया पर चीन के ‘ब्लाइंड बॉक्स’ ट्रेंड की काफी आलोचना हो रही है।लोग खुलकर इसके विरोध में उतर आए हैं। खबर के अनुसार, चीन में पिछले कुछ वक्त से ब्लाइंड बॉक्स’ ट्रेंड चल रहा है।इसमें पालतू जानवरों को एक छोटे से बॉक्स में बंद करके भेजा जाता है। इन बॉक्स में रोशनी या हवा आने की कोई जगह नहीं होती, इसकारण इन्हें ब्लाइंड बॉक्स कहा जाता है। लोग ऑनलाइन पेट्स ऑर्डर करते हैं, लेकिन जब तक वहां उनके पास पहुंचते हैं, अधिकांश भूख-प्यास और घुटन से मर चुके होते हैं।
इस क्रूर और अमानवीय ट्रेंड के बारे में तब पता चला जब दक्षिण-पश्चिमी शहर चेंगदूके कुछ वॉलेंटियर्स को एक लकड़ी के बॉक्स में 160 बिल्ली और कुत्ते के बच्चे मिले। इनमें से कई जानवर पहले ही मर चुके थे। एनिमल रेस्क्यू सेंटर ने बताया कि जब कूरियर मिला,तब उसमें से जानवरों के रोने की आवाज आ रही थी।जैसे ही खोलकर देखा सभी हैरान रह गए। एनिमल रेस्क्यू सेंटर के मुताबिक, बेजुबानों को डिब्बे में बंद करके उसे पूरी तरह से पैक कर दिया जाता है। इसकारण दम घुटने की वजह से उनकी मौत हो जाती है। ऑनलाइन कई लोग इस तरह से जानवर बेच रहे हैं और उन्हें खरीदने वालों की भी कमी नहीं है।बायर को लुभाने के लिए बाकायदा विज्ञापन भी दिए जा रहे हैं। बता दें कि चीन में बड़े पैमाने पर कुत्तों का मांस खाया जाता है। हालांकि, कोरोना की उत्पत्ति को देखते हुए सरकार ने पिछले साल इस पर रोक की दिशा में कदम उठाए थे, पर चोरी-छिपे अब भी इन बेजुबानों को मौत के घाट उतारा जा रहा है।