
नई दिल्ली । क्वालकॉम प्रोसेसर से लैस स्मार्टफोन यूजर्स को सतर्क रहने की जरुरत है। इसकी वजह है चिपसेट में पाई गई खामियां। क्वालकॉम द्वारा बनाई गई चिपसेट में एक खामी पाई गई है और यह कोई छोटी-मोटी खामी नहीं है। इस खामी को चेकपॉइंट रिसर्च में ढूंढा है और अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि दुनियाभर के 30 फीसदी स्मार्टफोन इससे प्रभावित हुए है। इससे लोगों को क्या नुकसान है, इस खामी का फायदा उठाकर हैकर्स न सिर्फ आपके डेटा तक पहुंच सकते हैं बल्कि यूजर के फोन कॉल्स और टेक्स्ट मैसेज भी हालिस कर सकते हैं। जानकारी के अनुसार, इस समय बग सैमसंग, गुगल, शाओमी एलजीसमेत लगभग सभी एंड्रॉइड स्मार्टफोन निर्माताओं के डिवाइसेस को प्रभावित करता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि खामी वाली इस चिप का उपयोग वर्तमान में दुनियाभर के 40 प्रतिशत फोन में किया जाता है, लेकिन केवल 30 प्रतिशत फोन ही क्वालकॉम एमएसएम इंटरफेस से लैस हैं, जो कि हमलों के लिए आवश्यक हैं। मोबाइल स्टेशन मॉडेमबग से प्रभावित भाग है जो फोन के अधिकांश महत्वपूर्ण कंपोनेंट को क्षमता प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है।रिपोर्ट में बताया गया है कि हैकर को मलेशियस ट्रोजन ऐप या किसी अन्य तरीके के माध्यम से लक्षित डिवाइस के ऑपरेटिंग सिस्टम तक पहुंचने की आवश्यकता होगी। लक्षित डिवाइस तक पहुंचने के बाद हैकर यूजर की संवेदनशील जानकारी चुराने के लिए मॉडेम में मलेशियल कोड इंजेक्ट कर सकते हैं। सरल शब्दों में, इस तरह के हमले से हैकर्स टेक्स्ट मैसेज और पीड़ित की कॉल हिस्ट्री तक पहुंच सकते हैं, जबकि उसी समय यूजर की कॉल भी सुन सकते हैं। अटैक इससे भी गंभीर हो सकता है क्योंकि यह खामी हैकर को डिवाइस के सिम कार्ड तक पहुंच प्रदान करेगा। रिपोर्ट के अनुसार, इस प्रकार का हमला फोन के क्यूएमआई (एक प्रोटोकॉल जो एमएसएम के भीतर विभिन्न सॉफ्टवेयर कंपोनेंट के बीच कम्युनिकेशन को नियंत्रित करता है) को हाईजैक कर देगा।