YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

नेशन

ऑक्सीज़न एक्सप्रेस अभियान में 20 दिनों में 7900 मीट्रिक टन पहुंचाई गई 

ऑक्सीज़न एक्सप्रेस अभियान में 20 दिनों में 7900 मीट्रिक टन पहुंचाई गई 

नई दिल्ली । भारतीय रेलवे मौजूदा चुनौतियों का सामना और नए उपायों की तलाश के साथ देश के विभिन्न राज्यों की मांग पर तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति के अपने अभियान पर निरंतर काम कर रही है। भारतीय रेलवे द्वारा अब तक देश के विभिन्न राज्यों में लगभग 500 टैंकरों में लगभग 7900 मीट्रिक टन चिकित्सा उपयोग हेतु तरल ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस द्वारा पिछले कुछ दिनों में देश के विभिन्न भागों में लगभग 800 मीट्रिक टन दैनिक ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस की पहली यात्रा 20 दिन पहले 24 अप्रैल, 2021 को शुरू हुई थी, जिसमें 126 मीट्रिक टन तरल मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति महाराष्ट्र को की गई थी। 
भारतीय रेलवे ने पिछले 20 दिनों में अपने ऑक्सीजन एक्सप्रेस अभियान को लगातार सशक्त बनाया है और अब तक 12 राज्यों को 7900 मीट्रिक टन तरल चिकित्सा ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी है। भारतीय रेलवे पश्चिम में हापा और मुन्द्रा से तो पूरब में राऊरकेला, दुर्गापुर, टाटानगर और अंगुल से देश के विभिन्न राज्यों की मांग पर ऑक्सीजन की आपूर्ति कर रही है। जिन राज्यों को आपूर्ति की जा रही है उनमें उत्तराखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, तेलंगाना, पंजाब, केरल, दिल्ली और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इसके लिए जटिल मार्ग प्रचालन योजना तैयार की जा रही है। राज्यों की मांग पर कम से कम समय में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस माल गाड़ियों के प्रचालन में नए मानदंड स्थापित कर रहा है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस की ढुलाई एक जटिल प्रक्रिया है फिर भी लंबी दूरी वाले मार्गों पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस ज़्यादातर मामलों में 55 किमी प्रति घंटे की दर से चल रही है। ग्रीन कॉरीडोर में चलने वाली इन रेल गाड़ियों के प्रचालन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है और इसकी आपात आवश्यकता को समझते हुए विभिन्न ज़ोन के अधिकारी और कर्मचारी वर्तमान चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अनथक कार्य कर रहे हैं तक ऑक्सीजन को लोगों तक यथासंभव कम से कम समय में पहुंचाया जा सके। विभिन्न खंडों पर चालक दल के सदस्यों की अदला बदली के लिए इन गाड़ियों के ठहराव के समय को घटाकर 1 मिनट कर दिया है। रखा जा रहा है और मार्गों के रखरखाव तथा देख रेख के लिए उच्च सतर्कता बरती जा रही है ताकि ऑक्सीजन एक्सप्रेस निर्बाध रूप से अपनी यात्रा जारी रख सकें। यह भी सुनिश्चित है कि ऑक्सीजन एक्सप्रेस के परिचालन के कारण अन्य मालवाहक गाड़ियों की रफ्तार या परिचालन प्रभावित न हो। आंध्र प्रदेश और केरल के लिए रवाना हुई पहली ऑक्सीज़न एक्सप्रेस अपने मार्ग पर हैं, जो क्रमश: 40 मीट्रिक टन और 118 मीट्रिक ऑक्सीजन की आपूर्ति करेंगी।
 

Related Posts