
वाशिंगटन। इजरायल और फिलीस्तीन के बीच छिड़ी जंग को रुकवाने के लिए इस वक्त अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर जबरदस्त दबाव है। कारण गाजा स्थित मीडिया हाउस पर हुआ हमला है। हमले में एसोसिएटेड प्रेस समेत अलजजीरा का ऑफिस तबाह हो गया था। इजरायली राष्ट्रपति बेंजामेन नेतन्याहू ने टीवी पर जारी एक संदेश में कहा था कि इस इमारत में जो मीडिया हाउस था उसका इस्तेमाल हमास के लोग अपने खुफिया ऑफिस के तौर पर कर रहे थे। उनके मुताबिक हमले में इस इमारत को सटीक तौर पर निशाना बनाया गया था। दोनों और से हो रहे हमलों में अब तक 200 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 1200 से अधिक घायल हैं।
इस संबंध में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक के बाद बाइडन की डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता ही उन पर सीजफायर को लेकर दबाव बढ़ाने में लग गए हैं। पिछले दिनों अरब जगत समेत संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने भी हमलों को तुरंत रोकने की अपील की थी।
दोनों तरफ से हमलों की शुरुआत के बाद से अब तक राष्ट्रपति बाइडन करीब तीन बार प्रधानमंत्री नेतन्याहू से बात कर चुके हैं। व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया है कि बाइडन ने फिलीस्तीनी हमले से बचाव के तौर पर इजरायली कार्रवाई का समर्थन किया है। बाइडन का कहना है कि इजरायल को अपने नागरिकों की सुरक्षा करने का पूरा अधिकार है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता का कहना है कि अमेरिका भी चाहता है कि दोनों देशों के बीच चल रहा तनाव कम हो और सीजफायर किया जाए। इस बारे में अमेरिका की मिस्र समेत अन्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों से भी बात हुई है। एक लिबरल प्रो-इजरायल लोबिंग ग्रुप जेस्ट्रीट के प्रवक्ता लोगेन बेरॉफ का कहना है कि वो इस बात से काफी दुखी हैं कि बाइडन प्रशासन इसकी नजाकत को समझते हुए तेजी से फैसला नहीं ले रहा है। इस बीच कॉकस के करीब आधे से ज्यादा सीनेटर्स ने एक बयान जारी कर कहा है कि लोगों के जान और माल को बचाने के लिए दोनों देशों के बीच तुरंत हमले रुकवाने की पहल करनी चाहिए। सीनेट मेजोरिटी लीडर चक स्कमर का कहना है कि इस पर तुरंत अमल किया जाना चाहिए।