
नई दिल्ली । मर्डर केस में 19 दिन फरार रहने के बाद दो बार के ओलंपिक पदक विजेता रहे रेसलर सुशील कुमार को रविवार गिरफ्तार कर लिया गया। अब जानकारी मिली है कि सुशील कुमार ने खुद ही अपने साथियों से 4 मई की वारदात का वीडियो बनवाया था ताकि रेसलिंग जगत में उनकी धाक कायम रहे और भविष्य में कोई भी उनके खिलाफ जाने की हिम्मत न करे। सुशील कुमार ने अपने दोस्त प्रिंस से वीडियो बनाने को कहा था। वीडियो में सुशील कुमार पूर्व जूनियर नेशनल चैंपियन सागर धनखड़ और उसके दो दोस्तों, सोनू और अमित कुमार को पीटते दिख रहे हैं। पुलिस ने बताया कि इसी के बाद सागर धनखड़ की मौत हुई और सुशील कुमार वहां से फरार हो गए। सुशील कुमार के साथ उनके पांच सहयोगियों को भी दिल्ली पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार किया है। स्थानीय अदालत ने सुशील को छह दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के डिप्टी कमिश्नर प्रमोद कुश्वाह ने सुशील कुमार और उनके दोस्त अजय की गिरफ्तारी की घोषणा की। उन्होंने बताया, 'उन पर मर्डर, मर्डर की कोशिश, मारपीट, आपराधिक षड्यंत्र सहित कई मामले दर्ज किए हैं।' कोर्ट में सुनवाई के दौरान पुलिस ने बताया कि सुशील कुमार ने गिरफ्तारी से बचने के लिए 18 दिन तक फरार रहने के दौरान सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सीमाएं पार कीं। इतना ही नहीं वह लगातार अपने मोबाइल की सिम भी बदलते रहे। हत्या के केस में सुशील कुमार के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट जारी किया गया था। सुशील कुमार ने बीते हफ्ते दिल्ली की कोर्ट में अग्रिम जमानत की याचिका भी दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था। 4 मई को हुई वारदात के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने सुशील कुमार के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। बता दें कि सुशील कुमार को 2012 के ओलंपिक में सिल्वर मेल और 2008 में कांस्य पदक मिला था।