नई दिल्ली । बीजेपी ने बंगाल चुनाव से सीख लेते हुए आने वाले चुनावों के लिए कमर कसना शुरू कर दिया है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने आवास पर पार्टी महासचिवों से मुलाकात की। मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री ने पार्टी महासचिवों को इस साल हुए चुनावों में हार से सबक लेने को कहा। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री और बीजेपी महासचिवों की यह बैठक करीब पांच घंटे तक चली। प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी को अपने प्रदर्शन की गहन समीक्षा करनी चाहिए फिर चाहें नतीजा यह हार हो जीत। प्रधानमंत्री ने बंगाल में हार के बाद टीएमसी से भी सीख लेने को कहा है कि किस तरह 2019 लोकसभा में राज्य में 18 सीटें जीती थीं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने क्षेत्रीय भाषाओं में भी सोशल मीडिया के उपयोग को बढ़ाने की सलाह दी।प्रधानमंत्री केरल और तमिलनाडु में प्रदर्शन को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि केरल में पार्टी को गैर हिंदू समुदायों के साथ गठबंधन करने की दिशा में काम करना चाहिए। जैसे इसाई समुदाय, 'जिसे बीजेपी के साथ हाथ मिलाने में ज्यादा दिक्कत नहीं है। बता दें कि अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब और मणिपुर में चुनाव होने हैं। इसके साथ ही साल के आखिर में गुजरात में भी विधानसभा के चुनाव होंगे। इन राज्यों में होने वाले चुनावों को लेकर भी प्रधानमंत्र की बैठक में चर्चा हुई। उत्तर प्रदेश में चल रहे घटनाक्रम को लेकर भी चर्चा होने के कयास लगाए जा रहे हैं। मीटिंग के दौरान प्रधानमंत्री ने कोरोना काल के दौरान चलाए गए 'सेवा ही संगठन 2।0' कार्यक्रम की भी समीक्षा की। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, शिव प्रकाश, अरुण सिंह, सीटी रवि, डी पुरंदेश्वरी, दिलीप सैकिया, तरुण चुग, दुष्यंत गौतम, कैलाश विजयवर्गीय और भूपेंद्र यादव मौजूद थे।
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अगले साल होने वाले चुनावों के लिए बीजेपी ने कसी कमर