नई दिल्ली । कोरोना संक्रमण रोकने के लिहाज से मुंबई की झुग्गी बस्ती धारावी, तो टीकाकरण के मामले में जम्मू-कश्मीर मिसाल बनकर उभरा है। पहली लहर में हॉटस्पॉट रही यह बस्ती जल्द ही दोबारा कोरोना मुक्त होने वाली है, तो जम्मू-कश्मीर के जम्मू, शोपियां और गंदेरबल समेत कई जिलों में 45 साल से अधिक उम्र के लोगों का शत प्रतिशत टीकाकरण हो चुका है। जम्मू-कश्मीर में 45 साल से अधिक उम्र के 67 फीसदी से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है, जबकि इस उम्र वर्ग में टीकाकरण की राष्ट्रीय औसत दर 44 फीसदी है। ढाई किलोमीटर में फैली एशिया की सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी में 3 जून को केवल एक नया कोरोना मरीज मिला।
इसके पहले 2 फरवरी, 2021 को इस बस्ती में एक भी नया मामला नहीं मिला था। लेकिन मार्च अप्रैल में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बस्ती में प्रतिदिन के नए कोरोना मामले तेजी से बढ़े और रोजाना 70 से 90 मरीज मिलने लगे। लेकिन अब धारावी एक बार फिर कोरोना मुक्त होने की कगार पर पहुंच चुकी है। 31 मई से 3 जून के बीच धारावी में प्रतिदिन औसतन दो-तीन नए मरीज मिले हैं।
महामारी की शुरुआत से लेकर अब तक धारावी में कुल 6,451 लोग संक्रमित हुए, जिसमें से 36 फीसदी मरीज दूसरी लहर के दौरान मिले। दूसरी लहर के दौरान धारावी में 8 अप्रैल को एक दिन में सर्वाधिक 99 मरीज मिले। 1 मई को धारावी में सक्रिय मरीज बढ़कर 947 हो गए थे। 3 जून को धारावी के सक्रिय मरीजों की संख्या 19 थी। धारावी को कोरोना मुक्त बनाने में बीएमसी की बड़ी भूमिका है। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने दूसरी लहर से पहले धारावी में छह बार कोरोना मामले शून्य होने के बाद भी जांच का काम जारी रखा। इसने समय-समय पर लोगों को जागरूक किया कि बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत जांच कराएं। इसके लिए पूरे इलाके में कई जांच केंद्र बनाने समेत कई मोबाइल टेस्टिंग वैन चलाई गई। इसके अलावा लोगों को मास्क लगाने और सामाजिक दूरी का पालन करने की सलाह दी गई, जिस पर लोगों ने अमल किया। संक्रमित पाए गए लोगों को पृथकवास में रखने के अलावा उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया गया। इसके अलावा टीकाकरण से भी संक्रमण रोकने में मदद मिली। टीकाकरण के मामले में केरल के बाद जम्मू-कश्मीर का स्थान है, जहां 21.6 फीसदी आबादी को टीका लगाया जा चुका है। केरल की 22.4 फीसदी आबादी और देश की 12.6 फीसदी आबादी को टीका लगाया जा चुका है। इस केंद्रशासित प्रदेश में 18 से 44 साल वाले 2.57 लोगों को 5 जून तक पहली खुराक दी जा चुकी है, जबकि इस उम्र वर्ग के 48 लाख लोगों को टीका दिया जाना बाकी है। अधिकर जिलों में टीकाकरण के 90 फीसदी लक्ष्य को पूरा किया जा चुका है। जम्मू-कश्मीर में अब तक 28.41 लाख लोगों को पहला टीका लगाया गया है, जबकि दूसरी खुराक लेने वालों को जोड़ लें तो लगाए गए कुल टीकों की संख्या 34 लाख है।
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संक्रमण रोकने में धारावी और टीकाकरण में कश्मीर बना मिसाल