
वाशिंगटन । बीते दस सालों में अमेरिका ने दुनिया की सबसे बड़ी गोपनीय सेना तैयार की है जिसने कई जघन्य ऑपरेशन्स किए हैं। एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि पेंटागन ने ऐसे हमलों को अंजाम दिया जिसकी खुद अमेरिका ने भी दुनिया में आलोचना की। ये रिपोर्ट चर्चाओं के केंद्र में आ गई है। रिपोर्ट में कहा गया कि दो साल की तहकीकात के बाद हमने पाया है कि करीब 60 हजार लोग इस गोपनीय सेना का हिस्सा हैं। इनमें से ज्यादातर लोग छद्म नामों का इस्तेमाल करते हैं और बेहद लो प्रोफाइल रह कर काम करते हैं। ये सभी एक बड़े अभियान का हिस्सा हैं जिसका नाम है सिग्नेचर रिडक्शन।
इस गोपनीय सेना के लोग जासूसी, सोशल मीडिया में भ्रम फैलाने सहित कई ऐसी गतिविधियों में संलिप्त हैं जो आम तौर पर सार्वजनिक नहीं है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हमने अमेरिकी मिलिट्री और रक्षा विभाग के बारे में वो दरवाजा खोला है जिससे अनियंत्रित गतिविधियां दिखाई दे रही हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसी किसी फोर्स को लेकर सदन में कभी चर्चा नहीं हुई लेकिन मिलिट्री ने एक इतनी बड़ी गोपनीय सेना तैयार कर दी। ये अमेरिकी नियमों के खिलाफ है। जिनेवा कन्वेंशन के खिलाफ है। इसके अलावा ये मिलिट्री के कोड ऑफ कंडक्ट के भी पूरी तरह खिलाफ है।