मुंबई । डिजिटलीकरण में तेज बढ़ोत्तरी के साथ भारत के डाटा केंद्र उद्योग की क्षमता 2023 तक दोगुनी होकर 1,000 मेगावाट से अधिक होगी है। संपत्ति के बारे में परामर्श देने वाली एजेंसी ने इसकी जानकारी दी है। उद्योग की क्षमता जनवरी-जून 2021 में 499 मेगावाट थी, जिसके 2023 तक दोगुना होकर 1,008 मेगावाट होने की उम्मीद है। डाटा सेंटर की क्षमता का आकलन मुख्य रूप से बिजली खपत यानी किलोवाट या मेगावाट में किया जाता है। मजबूत डिजिटलीकरण, बढ़ते क्लाउड उपयोग और डाटा केंद्र परिचालकों की महत्वाकांक्षी विकास योजनाओं से प्रेरित है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के लिए ‘भारत डाटा केंद्र बाजार के बारे में अद्यतन रिपोर्ट जारी की। डिजिटलीकरण में तेजी ने उद्यमों को अपने आईटी बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए मजबूर किया है और पूरे भारत में क्लाउड सुविधाओं की एक मजबूत मांग देखने को मिल रही है।
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भारत के डाटा केंद्र उद्योग की क्षमता 2023 तक दोगुनी होगी