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समान अवसर मिले तो बेटों से आगे निकल जाती हैं बेटियां-राष्ट्रपति कोविन्द

समान अवसर मिले तो बेटों से आगे निकल जाती हैं बेटियां-राष्ट्रपति कोविन्द

लखनऊ । राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द कहा है कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के संविधान के शिल्पकार होने के साथ-साथ बाबा साहब डा. भीमराव अम्बेडकर ने हमारे बैंकिंग, एलीगेशन, इलेक्ट्रिसिटी सिस्टम, लेबर मैनेजमेंट सिस्टम, रेवेन्यू सिस्टम, शिक्षा व्यवस्था समेत कई क्षेत्रों में मूलभूत योगदान दिया था। वे एक शिक्षाविद, राजनेता, पत्रकार, समाज शास्त्रीय व समाज सुधारक थे। इसके साथ ही उन्होंने संस्कृति, धर्म और आध्यात्म के क्षेत्र में भी अपना मूलभूत योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि आज प्रत्येक क्षेत्र में हमारी बेटियों ने अपनी प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की है। समान अवसर मिलने पर हमारी बेटियां, बेटों से भी आगे निकल जाती हैं। आज के भी पदक विजेताओं में भी बेटियों की संख्या ज्यादा रही। इस परिवर्तन को स्वस्थ समाज और उन्नत राष्ट्र की दिशा में बढ़ते हुए क्रम में देशा जाना चाहिए। अब लगता है कि बाबा साहब का मूल सपना वीमेन एम्पावरमेंट सच होता नजर आता है।
राष्ट्रपति कोविंद गुरुवार को उप्र की राजधानी लखनऊ के बीबीएयू (बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी) के 9 वें दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेने पहुंचें। इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहे। अपने सम्बोधन में राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मुझे दिसंबर 2017 में इस विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होने का अवसर मिला था। यह एकमात्र विश्वविद्यालय है, जहां के किसी समारोह में मैं दूसरी बार आया हूं। यह विश्वविद्यालय बाबा साहेब के विचारों के अनुरूप शिक्षा के माध्यम से अनुसूचित जातियों और जनजातियों के समावेशी विकास के लिए खास योगदान दे रहा है। इस विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए 50 प्रतिशत सीटों का आरक्षण और अन्य सुविधाओं के विशेष प्रावधानों से विद्यार्थियों के लिए शिक्षा के अवसर बढ़े हैं। साथ ही इन विद्यार्थियों में से उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को अलग से पदक प्रदान कर प्रोत्साहित किया जाना एक सराहनीय पहल है।
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि इस तरह के प्रयास विश्वविद्यालय की समावेशी संस्कृति को और मजबूत बनाएगे। इस तरह ये विश्वविद्यालय समतामूलक समाज के बाबा साहेब के सपने को पूरा करने की दिशा में सराहनीय योगदान दे रहा है। साल 2017 में जब मैं यहां आया था, तब मैंने कुछ सुझाव दिए थे। उसके अनुसार ही विश्वविद्यालय ने एलुमिनाई एसोसिएशन सहित कई कदम उठाए। 
इस दौरान वह सात मेधावियों को स्वर्ण पदक दिया। इसके साथ ही वह समाजसेवी व इंजीनियर सोनम वांगचुक को विज्ञान में डाक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की। स्नातक के भानु प्रताप, प्रियंका गौतम, परास्नातक के शुभम मिश्र और पूजा मीना, एमफिल के सन्या व निहारिका के अलावा अंजू रावत को आरडी सोनकर स्वर्ण पदक राष्ट्रपति के हाथों से मिला। इससे पूर्व उप्र के चार दिन के दौरे पर गुरुवार को लखनऊ पहुंचे। लखनऊ के चैधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट, अमौसी पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अगवानी की। 
 

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