
नई दिल्ली । केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राजनीति सत्ता हासिल करने से कहीं अधिक, एक बहुआयामी गतिविधि है, क्योंकि इसके माध्यम से विकास पर ध्यान केंद्रित करके समाज और देश के निर्माण में योगदान किया जाता है।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जो राजनेता मुख्यमंत्री अथवा मंत्री पद हासिल करने की लालसा में पार्टियां बदलते रहते हैं, जनता उन्हें लंबे समय तक याद नहीं रखती। उन्होंने राजनेताओं के जन्मदिन पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाने और इस अवसर को मनाने के लिए अखबारों में विज्ञापन जारी करने की प्रवृत्ति की निंदा करते हुए कहा कि इससे कोई जनमानस का सच्चा नेता नहीं बन जाएगा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित 11वीं भारतीय छात्र संसद (छात्र संसद) में राजनीति सामाजिक-आर्थिक सुधारों का एक साधन है विषय पर संबोधन के दौरान यह बात कही। गडकरी ने कहा कि राजनीति को सत्ता की राजनीति के रूप में माना जाता है, लेकिन यह राजनीति का सही अर्थ नहीं है।
सत्ता की राजनीति करना राजनीति की विभिन्न गतिविधियों में से एक है। राजनीति का सही अर्थ राष्ट्र करण (राष्ट्र निर्माण की राजनीति), समाज करण (सामाजिक राजनीति), विकास करण (विकास की राजनीति), धर्म करण (आध्यात्मिक खोज), अर्थ करण (आर्थिक समृद्धि) और सत्ता की राजनीति से कहीं अधिक लोकनीति (सार्वजनिक नीति) को महत्व देना है।
भाजपा नेता ने कहा यह दुर्भाग्य है कि सत्ता हासिल करने के लिए की जाने वाली राजनीति को ही वास्तविक राजनीति माना जाता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा, राजनीति की इस परिपाटी को बदलने की जरूरत है और यह ऐसे छात्रों की मदद से संभव है, जो राजनीति में शामिल होकर अपनी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की जगह समाज के वंचित तबके के लोगों की सेवा को ज्यादा महत्व देते हों।
गडकरी ने कहा, आज छत्रपति शिवाजी महाराज, संत तुकाराम, संत ज्ञानेश्वर महाराज, शाहू महाराज, वीर सावरकर, बाल गंगाधर तिलक, महात्मा गांधी जैसे महान लोगों को याद किया जाता है, लेकिन वे नेता जो सत्ता के लिए एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आते-जाते रहते हैं, उन्हें लोग लंबे समय तक याद नहीं रखते।