
नई दिल्ली । लखीमपुर खीरी में हुई किसानों की मौत का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। आज कांग्रेस अध्यक्ष पीड़ित परिवार से मिलने के लिए जा रहे हैं। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष पर संवेदनशील मुद्दों पर भी गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने इसेे 'कांग्रेस की डूबती नैया' को बचाने के लिए मौके की तरह इस्तेमाल की तरह देख रही है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''राहुल गांधी ने पुनः वही किया जो वह हर बार करते हैं। गैर जिम्मेदाराना रवैया गैर जिम्मेदाराना रवैया राहुल गांधी का दूसरा नाम हो गया है। शांति भंग करना और भ्रम फैलाना यही राहुल गांधी का मुख्य उद्देश्य रह गया है। भाजपा की यह प्रतिक्रिया राहुल गांधी के लखीमपुर खीरी के लिए रवाना होने से पहले राजधानी स्थित पार्टी मुख्यालय में किए गए संवाददाता सम्मेलन के बाद आई। राहुल गांधी ने लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा, प्रियंका गांधी वाद्रा को हिरासत में लिए जाने और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं को उत्तर प्रदेश में जाने से रोके जाने की पृष्ठभूमि में दावा किया कि भारत में लोकतंत्र हुआ करता था, लेकिन अब तानाशाही है। उन्होंने बताया कि वह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लखीमपुर खीरी जाकर पीड़ित परिवारों से मिलने का प्रयास करेंगे। भाजपा प्रवक्ता ने दावा किया कि राहुल गांधी का किसानों, व्यापारियों या देश के किसी अन्य वर्ग से कोई लेना -देना नहीं है बल्कि उनका मकसद गांधी परिवार को बचाना है। उन्होंने कहा, ''गांधी परिवार का किसी से लेना-देना नहीं है। कांग्रेस से भी लेना देना नहीं है। उनका केवल अपने परिवार से ही लेना-देना है। परिवार की साख बची रहे। परिवार की नैया ना डूबे इसलिए गांधी परिवार लखीमपुर खीरी की घटना को मौके के रूप में देख रहा है।