आजकल युवाओं में वजन घटाने, एनर्जी बढ़ाने और मसल्स बनाने के लिए डायटरी सप्लिमेंट्स का चलने तेजी से बढता जा रहा है, लेकिन युवा उनसे होने वाले दुष्परिणामों से शायद वाकिफ नहीं है। हाल ही में शोधकर्ताओं ने पता लगाया है कि वजन घटाने से लेकर मसल्स बनाने और ताकत लिए विटमिन्स की तुलना में डायटरी सप्लिमेंट्स लेने से युवाओं और बच्चों में मृत्यु और विकलांगता का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे लोग ज्यादा बीमार रहते हैं और उन्हें अस्पतालों को खूब चक्कर काटने पड़ते हैं। हम जानते हैं कि इन उत्पादों को व्यापक रूप से युवा लोगों को बेचा जाता है और वे बढ़-चढ़कर इनका इस्तेमाल भी करते हैं। तो आखिर इनका उनकी सेहत पर क्या असर पड़ रहा है? यह उनकी सेहत के लिए किस तरह नुकसानदायक है? हम इसी सवाल का जवाब देना चाहते हैं।' इस स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने जनवरी 2004 से अप्रैल 2015 के बीच अमेरिका में प्रतिकूल घटनाओं की रिपोर्टों को देखा और नवजात से लेकर 25 साल की आयु तक के ऐसे लोगों में गंभीर मृत्यु, विकलांगता जैसे गंभीर चिकित्सा परिणामों का विश्लेषण किया जो वजन घटाने से लेकर मांसपेशियों को बनाने तक विटमिन्स की तुलना में डायटरी सप्लिमेंट्स का सेवन करते थे। शोधकर्ताओं के अनुसार, इनमें से ज्यादा प्रॉडक्ट्स में मिलावटी तत्व, हेवी मेटल, कीटनाशक और खतरनाक केमिकल्स के अलावा ऐसे तत्व भी पाए गए जो बैन किए जा चुके हैं।शोध के अनुसार, इस तरह के सप्लिमेंट्स युवा लोगों में कई गंभीर चिकित्सा परिणामों के लिए तीन गुना अधिक जिम्मेदार थी। शोधकर्ताओं ने कहा, 'एफडीए (फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन) ने वजन घटाने, मांसपेशियों के निर्माण, खेल में अच्छे प्रदर्शन, सेक्शुअल फंक्शन और एनर्जी के लिए बेचे जाने वाले इन सप्लिमेंट्स को लेकर अनगिनत बार चेतावनी जारी की है।