भारत में मोबाइल इंटरनेट सेवा के सब्सक्राइबर की संख्या 2016 के अंत से 2018 के अंत तक 21 करोड़ 80 लाख से बढ़कर 50 करोड़ हो गई। रिलायंस जियो के सस्ते फोन और डेटा ने तस्वीर बदली है। मोबाइल डेटा पैकेज की कीमत 94 फीसदी घटी है। डेटा का उपयोग प्रति माह दस गुना बढ़कर 8.8 जीबी प्रति सब्सक्राइबर हो गया है। अब भारतीय अपने फोन पर अमेरिकियों की तुलना में तीन गुना ज्यादा डेटा उपयोग करते हैं। भारत विश्व का सबसे बड़ा मोबाइल फोन डेटा यूजर बनने की ओर है। भारत में फेसबुक के प्रमुख अजीत मोहन का कहना है, हर कंज्यूमर मैसेजिंग, वीडियो और कहानियां सुनने, देखने की सुविधा चाहता है। मोबाइल इंटरनेट दस वर्ष पहले की तुलना में आज ये सेवाएं बेहतर तरीके से मुहैया करा रहा है। वैसे, दुनियाभर में इंटरनेट का उपयोग करने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन के अनुसार विश्व की आधी से ज्यादा आबादी इंटरनेट यूजर है। पश्चिमी देशों से शुरू इंटरनेट क्रांति दूसरे अध्याय में प्रवेश कर चुकी है। अब अधिकतर यूजर उभरते और गरीब देशों में हैं। कोई 72 करोड़ 60 लाख व्यक्ति पिछले तीन वर्ष में ऑनलाइन हुए हैं। वहीं इंटरनेट पर आय गरीब देशों की तुलना में अमीर देशों में अधिक है। अभी हाल में गूगल की एक वर्ष की कुल आय में अमेरिका की हिस्सेदारी 46 फीसदी और एशिया की 15 फीसदी रही। उत्तर अमेरिका में फेसबुक का एक यूजर एशिया के यूजर की तुलना में 12 गुना अधिक पैसा देता है।