
बेंगलुरु । इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने देश के चार शहरों में कुछ संस्थानों के सात परिसरों में छापेमारी की है। बेंगलुरु, सूरत, चंडीगढ़ और मोहाली में हुई इस छापेमारी में आयकर विभाग को बेहिसाब निवेश और फर्जी खर्च का पता लगा है। बेंगलुरु में डिजाइनबॉक्स्ड क्रिएटिव प्राइवेट लिमिटेड पर भी छापेमारी की गई है। एक इमेज कंसल्टेंसी फर्म को कथित तौर पर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने राज्य में 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के अभियान की रणनीति बनाने के लिए काम पर रखा था।
आयकर विभाग ने अपने एक बयान में कहा है कि पाए गए सबूतों से पता चलता है कि समूह एक एंट्री ऑपरेटर का उपयोग करके आवास प्रविष्टियां प्राप्त करने में लगा है। एंट्री ऑपरेटर ने हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से समूह की नकदी और बेहिसाब आय के ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करने की बात स्वीकार की है। आयकर विभाग ने बताया कि इस छापेमारी में राजस्व की कम जानकारी देने का भी पता चला है। यह समूह बेहिसाब नकद भुगतान में भी लिप्त पाया गया है।
वहीं डिजाइनबॉक्स्ड के सह-संस्थापक नरेश अरोड़ा ने कहा है कि डिजाइनबॉक्स्ड, मेरे और हमारे सहयोगियों के ठिकानों पर हुई आयकर की छापेमारी में कुछ भी नहीं मिला है। किसी भी तरह का कोई बेहिसाब क़ीमती सामान नहीं मिला है। उन्होंने मुझे और मेरे सहयोगियों को केवल इसलिए निशाना बनाया क्योंकि हम विपक्ष के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शीर्ष कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कुछ भी खोजने की कोशिश करने के अलावा छापे का उद्देश्य प्रबंधन फर्म को डराना भी था, ताकि वे भारत के मुख्य विपक्षी दल के लिए काम नहीं करें।