लखीमपुर । किसान आंदोलन के 11 महीने पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने तहसील और जिला मुख्यालयों पर देशव्यापी विरोध का आह्वान किया है। एसकेएम ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह लखीमपुर खीरी घटना के सिलसिले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की गिरफ्तारी और बर्खास्तगी की मांग पर जोर देने के लिए है। एसकेएम ने कहा, "ये विरोध भारत के राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन के साथ समाप्त होगा, जिसे जिला कलेक्टरों / मजिस्ट्रेटों के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में 3 अक्टूबर को हुई हिंसा में चार किसानों समेत कुल आठ लोगों की मौत हो गई थी। घटना के सिलसिले में टेनी के बेटे आशीष मिश्रा और 12 अन्य को गिरफ्तार किया गया है। स्थानीय किसानों ने हिंसा के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' और उनके बेटे को जिम्मेदार ठहराया। उत्तर-मध्य उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में मंत्री के काफिले का हिस्सा रहे एक वाहन ने उन्हें कथित तौर पर कुचल दिया। हालांकि, अजय मिश्रा टेनी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि उनका बेटा घटना स्थल पर मौजूद नहीं था। आशीष ने वही दोहराया और आरोपों का खंडन किया। बाद में मामले में आशीष मिश्रा समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। एसकेएम ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र ने एनआरआई दर्शन सिंह धालीवाल, जो किसान आंदोलन के प्रबल समर्थक थे, को शिकागो से आने के बाद भारत में प्रवेश नहीं करने दिया। एसकेएम ने कहा, "उन्हें देश में आने की अनुमति दिए बिना वापस भेज दिया गया था। भारत सरकार का अलोकतांत्रिक और सत्तावादी व्यवहार अस्वीकार्य है और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं।
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किसान आंदोलन के 11 महीने पूरे देश में विरोध-प्रदर्शन की घोषणा