
नई दिल्ली। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने विश्वविद्यालयों और संबद्ध कॉलेजों, संस्थानों को निवेशक एवं वित्तीय साक्षरता अभियान में भाग लेने के लिए कहा है। इसका मकसद लोगों में वित्तीय साक्षरता एवं निवेश के प्रति जागरूकता के प्रसार के लिए छात्र समुदाय का उपयोग करना है। यूजीसी के सचिव रजनीश जैन ने सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को लिखे पत्र में कहा कि कारपोरेट मामलों के मंत्रालय के अधीन निवेशक शिक्षा एवं संरक्षण कोष प्राधिकार द्वारा शिक्षा मंत्रालय के सहयोग से ‘निवेशक एवं वित्तीय साक्षरता अभियान’ चलाने की संभावना तलाशी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह अभियान तीन महीने का है और इसमें राष्ट्रीय सेवा योजना को जोड़ने का भी प्रस्ताव किया गया है।
पत्र में कहा गया है कि इस अभियान का उद्देश्य निवेशक जागरूकता संदेशों को फैलाने के लिए छात्र समुदाय का उपयोग करना है क्योंकि छात्र समुदाय परिवर्तन के माध्यम के रूप में कार्य कर सकता है और निवेशक जागरूकता संदेशों का प्रचार कर सकता है। यूजीसी का मानना है कि ऐसे अभियानों से एक तरफ छात्र उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेंगे, साथ ही वे स्वयं सीखेंगे और अनुभव प्राप्त करेंगे। जैन ने अपने पत्र में कहा, ‘‘विश्वविद्यालयों एवं उनसे संबद्ध कालेजों, संस्थानों से इस अभियान में हिस्सा लेने और इसे सफल बनाने का अनुरोध किया जाता है। ’’ इस अभियान की कार्य योजना में कहा गया है कि इसमें अर्ध शहरी, शहरी क्षेत्रों के 500 चुनिंदा शहरों से 500 संस्थानों (कॉलेज/संस्थान) की पहचान की जा सकती है। इसमें एनएसएस स्वयंसेवकों और विभिन्न विश्वविद्यालयों, कॉलेजों एवं संस्थानों के छात्रों को कार्यक्रमों के अनुरूप उनके द्वारा की गई गतिविधियों की तस्वीर, मोबाइल वीडियो अपलोड करने की अनुमति दी जाएगी। इसके तहत अधिकतम पंजीकरण वाले संस्थान, कॉलेज, हाई स्कूल और हिस्सेदारी करने वाले छात्रों को पुरस्कृत किया जायेगा।