
नई दिल्ली । कोवैक्सीन की क्षमता और गुणवत्ता को लेकर राष्ट्रीय प्रतिरक्षा विज्ञान संस्थान (एनआईआई) के प्रभारी निदेशक पुष्कर शर्मा ने कहा कि निष्क्रिय वायरस युक्त टीका कोवैक्सीन सार्स-सीओवी-2 और इसके चिंताजनक स्वरूपों को लेकर कम से कम छह महीने तक की इम्युनोलॉजिकल मैमोरी प्रदान करता है। इस तरह, इस टीके से कम से कम छह महीने के लिए कोरोना वायरस रोधी सुरक्षा मिल सकती है। इम्युनोलॉजिकल मैमोरी रोग प्रतिरोधक क्षमता की विशिष्टता होती है जो उन रोगाणुओं पर त्वरित और प्रभावी ढंग से हमला करती है जिनसे इसका पूर्व में मुकाबला हो चुका होता है। शर्मा ने रविवार को एनआईआई की सोसाइटी की वार्षिक आमसभा की बैठक में यह टिप्पणी की गई।
बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने की। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक बयान में इस बैठक में उठे मुद्दों के बारे में जानकारी दी। शर्मा ने कहा कि निष्क्रिय वायरस युक्त टीका कोवैक्सीन सार्स-सीओवी-2 और इसके चिंताजनक स्वरूपों- डेल्टा, अल्फा, बीटा तथा गामा को लेकर मजबूत कोशिकीय इम्युनोलॉजिकल मैमोरी प्रदान करता है जो कम से कम छह महीने तक बनी रहती है।