
रिकॉन्गपिओ। देश के पहले मतदाता और हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के कल्पा के रहने वाले मास्टर श्याम शरण नेगी के निधन की एक बार फिर से अफवाह उड़ी है। हालांकि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। सोशल मीडिया पर चंद रोज उनके निधन की खबर फैलाई गई। बुधवार शाम को भी उनके निधन की झूठी खबर वायरल हो गई। हालांकि अब किन्नौर प्रशासन ने अब अफवाहें फैलाने वालों पर कार्रवाई की बात कही है। दरअसल, मास्टर श्याम शरण नेगी 104 साल के हो गए हैं। ज्यादा चलने फिरने में असर्मथ हैं। हालांकि वह स्वस्थ हैं। मौत की अफवाह की खबरों पर जब मीडिया ने डीसी किन्नौर से बात की तो उन्होंने कहा कि यह काफी गैरजिम्मेदाराना बात है। मास्टर नेगी पूरी तरह स्वस्थ हैं और अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
हाल ही में 30 नवंबर को हिमाचल प्रदेश में उपचुनाव हुए थे। इस दौरान 104 साल के मास्टर नेगी मंडी लोकसभा सीट के लिए वोट डाला था। प्रशासन ने नेगी का रेड कारपेट पर स्वागत भी किया था। गौरतलब है कि मास्टर नेगी ने देश में पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में वोट डाला था। 1952 में लोकसभा चुनाव हुए थे, लेकिन उन्होंने छह माह पहले 1951 में वोट डाला था, क्योंकि किन्नौर के कल्पा में भारी हिमपात के चलते छह महीने पहले ही वोट डाले गए थे। तब से लेकर आज तक मास्टर नेगी वोट डालते आ रहे हैं। वह पेशे से शिक्षक रहे हैं और सरकार ने उन्हें देश के पहले वोटर का दर्जा दिया है।