
नई दिल्ली । एक महत्वपूर्ण कदम में, भारत, रूस और चीन ने शुक्रवार को यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि अफगानिस्तान के क्षेत्र का उपयोग किसी भी देश पर हमला करने के लिए नहीं किया जाये।
रूस-भारत-चीन (आरआईसी) ढांचे के तहत आयोजित एक आभासी बैठक में तीनों देशों के विदेश मंत्रियों ने भी "अफगान के नेतृत्व वाली और अफगान-स्वामित्व वाली शांति प्रक्रिया" के मूल सिद्धांत के लिए अपने समर्थन की पुष्टि की।
संयुक्त विज्ञप्ति में कहा गया है कि मंत्रियों ने अफगानिस्तान और क्षेत्र में स्थायी शांति के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के "तत्काल उन्मूलन" की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसमें अल कायदा, आईएसआईएल और अन्य जैसे आतंकवादी समूहों को प्रतिबंधित किया गया था।
बैठक की अध्यक्षता विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने की और इसमें उनके चीनी समकक्ष वांग यी और रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भाग लिया।