
नई दिल्ली । किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि वे सरकार से बातचीत के बाद ही धरना स्थल से वापस जाएंगे। उन्होंने एंबुलेंस रोकने के मुद्दे पर भी बात की और कहा इस बारे में दिल्ली पुलिस से बात की जाए। सोमवार से संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था कि तीन कृषि कानूनों को संसदीय प्रक्रिया के तहत निरस्त किया जाएगा। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानूनों को निरस्त करने वाला विधेयक संसद में पेश कर दिया है।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नेता टिकैत ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून की मांग दोहराई है। उन्होंने कहा, सरकार बातचीत कर ले, तभी धरना स्थलों से घर जाएंगे। उन्होंने कहा भारत कोरिया नहीं है, कि केवल ऐलान करने से काम चल जाएगा। हाल ही में किसान नेता ने कहा था कि सरकार के एमएसपी पर गारंटी देने और मुआवाजे का मुद्दा सुलझने तक किसान वापस नहीं लौटेंगे।
टिकैत ने कहा हम सभी किसानों के लिए एमएसपी पर कानून बनाने समेत 6 मांगों को लेकर सरकार के साथ तत्काल दोबार बातचीत शुरू करने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा अगर हमारी कुछ मांगे मानकर हमें बहलाने की कोशिश की गई तो केंद्र को समझ लेना चाहिए कि गणतंत्र दिवस नजदीक आ गया है और हम एक बार फिर दिल्ली पर धावा बोलेंगे।