
बालीवुड की अपकमिंग फिल्म 'आर्टिकल 15' किसी का भी पक्ष नहीं ले रही है और न ही इसमें किसी समुदाय के बारे में कुछ गलत दिखाने का इसका इरादा है। यह कहना है बालीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना का। उन्होंने कहा, 'मैंने नोटिस किया कि फिल्म 'आर्टिकल 15' को लेकर चारों ओर कई विवाद हैं। मैं उन सभी से आग्रह करना चाहूंगा जो विरोध कर रहे हैं और यह दावा कर रहे हैं कि यह फिल्म ब्राह्मण विरोधी है, कृपया इस फिल्म को देखे। सेंसर बोर्ड के द्वारा इस फिल्म का निरीक्षण किया जा चुका है।' आयुष्मान खुराना ने कहा, 'हमारी फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है और यह किसी एक विशेष घटना पर आधारित नहीं है। यह हमारे देश में हो रही घटनाओं का एक संयोजन है। हां, यह आपको असहज महसूस कराएगी, लेकिन यह सच्ची घटनाओं से प्रेरित फिल्म है। मैं सभी से इस फिल्म को देखने का और निर्देशक के दृष्टिकोण और इरादे पर कोई धारणा न बनाने का आग्रह करता हूं।' मई में रिलीज हुए फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि कैसे मजदूरी करने वाली लड़कियों को सिर्फ 3 रुपये दिहाड़ी बढ़ाने की मांग के बदले उनके साथ गैंगरेप कर हत्या कर दी जाती है और बॉडी को पेड़ से लटका दिया जाता है, क्योंकि वह दलित हैं। इसके बाद फिल्म में पुलिस अधिकारी बने आयुष्मान खुराना इस केस में जांच करते हुए नजर आते हैं।फिल्म में आयुष्मान के अलावा ईशा तलवार, सयानी गुप्ता, कुमुद मिश्रा, एम.नास्सर, आशीष वर्मा, सुशील पांडेय, शुभ्रज्योति भारत, रोन्जिनी चक्रवर्ती और जीशान अयूब जैसे कलाकार भी हैं। यह फिल्म 28 जून को रिलीज होगी। फिल्म की कहानी को मरोड़कर दिखाए जाने को लेकर फिल्म के निर्देशक अनुभव सिन्हा को उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समुदाय के गुस्से का सामना करना पड़ा। चूंकि फिल्म में आरोपी व्यक्ति ब्राह्मण समुदाय से हैं, इस वजह से लोगों को लगता है कि इससे उनके समुदाय की बदनामी होगी। इस फिल्म के माध्यम से दिखाया गया कि किस तरह से क्षेत्र में जातिगत असमानता प्रचलित है।