
नई दिल्ली । भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को उत्तरी गुजरात और उत्तर और उत्तर-पश्चिम महाराष्ट्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार भारी वर्षा से पालघर, ठाणे और मुंबई सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। एक चक्रवाती तूफान शनिवार सुबह आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों से भी टकरा सकता है।
मौसम विभाग ने बताया थाईलैंड और उसके आसपास के क्षेत्रों में सुबह साढ़े आठ बजे कम दबाव का क्षेत्र बना था। अगले 12 घंटों में इसके अंडमान सागर तक पहुंचने की संभावना है। गुजरात के कई हिस्सों में बारिश शुरू हो गई है। बुधवार सुबह से ही मौसम में बदलाव आ गया है। मौसम विभाग ने बुधवार और गुरूवार के लिए कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार उसके बाद कम दबाव के क्षेत्र के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और दो दिसंबर तक दक्षिण-पूर्व तथा पास के बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में उसके अवदाब में बदलने की संभावना है। उसके अगले 24 घंटों में इसके बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग में चक्रवाती तूफान का रूप लेने की आशंका है।
आईएमडी ने तटीय ओडिशा के अलग-अलग स्थानों पर ‘भारी से बहुत भारी बारिश’ और ओडिशा के निकटवर्ती आंतरिक जिलों, पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर ‘भारी से बहुत भारी‘ बारिश का अनुमान लगाया है। आईएमडी ने कहा संभावना है कि उत्तर-पूर्वी राज्यों में भी 5-6 दिसंबर को भारी बारिश हो सकती है। ओडिशा में कम दबाव क्षेत्र की की गति और इसके प्रभाव के बारे में विस्तार से बताते हुए आईएमडी के डीजी मृत्युंजय महापात्र ने कहा हालांकि यह 4 दिसंबर की सुबह ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट के पास होगा, लेकिन यह तुरंट तट से नहीं टकराएगा। यह धीरे-धीरे उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा में आगे बढ़ेगा।
उन्होंने कहा लोपर (निम्न दबाव क्षेत्र) के अवनत क्षेत्र में बदलने के बाद ही बारिश की गतिविधि, हवा की गति और भूस्खलन के बारे में स्पष्ट तस्वीर उपलब्ध हो पाएगी। उन्होंने कहा कि शुक्रवार से ओडिशा तट पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है और धीरे-धीरे इसकी गति बढ़ेगी। चक्रवाती तूफान के दौरान इसके 60-90 किमी प्रति घंटे के आसपास रहने की संभावना है।