
जैसलमेर ।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जैसलमेर में सीमा सुरक्षा बल के 57वें स्थापना दिवस समारोह में शामिल हुए।इस मौके पर सीमा सुरक्षा बल के कर्मियों को उन्होंने पदक भी प्रदान किया।इस मौके पर गृह मंत्री शाह ने कहा कि आजादी मिले हुए 75 वर्ष हो चुके हैं, और पीएम मोदी ने इस वर्ष को अमृत महोसव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। जब आजादी की शताब्दी होगी यानी आज से 25 साल तक तब 75 से 25 साल का ये कालखंड अमृतकाल के रूप में देखेगा भी और इसके लक्ष्य तय कर मनाएगा भी। उन्होंने कहा कि स्थापना के बाद पहली बार आज बीएसएफ का स्थापना दिवस देश की सीमा के जिले में मनाने का निर्णय हुआ हैं, इस परंपरा को जारी रखना चाहिए।
जैसलमेर में सीमा सुरक्षा बल के 57वें स्थापना दिवस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि देश भर के पुलिस बल, सीमा सुरक्षा बल और सीएपीएफ के 35,000 से अधिक जवानों ने अलग-अलग जगह पर अपना बलिदान दिया है। बीएसएफ में इसमें अग्रणी रही है। मैं सर्वोच्च बलिदान देने वाले सभी वीर जवानों को प्रधानमंत्री और देश की तरफ से श्रद्धांजलि देता हूं। प्रधानमंत्री सीमाओं के प्रहरियों के प्रति हमेशा संवेदनशील रहे हैं। मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों के परिवारजनों को पूर्ण स्वास्थ्य कवर प्रदान किया है, इसके तहत एक कार्ड के द्वारा परिजन आसानी से इसका लाभ ले सकते हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि 2014 से देश की सीमाओं की सुरक्षा को गंभीरता से मोदी सरकार ने लिया है। जहां-जहां भी सीमा पर अतिक्रमण करने का प्रयास हुआ,हमारी सरकार ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की है। हमारी सीमा को और हमारे जवानों को कोई हल्के में नहीं ले सकता,ये संदेश भारत ने दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के लिए सीमाओं की सुरक्षा का मतलब ही राष्ट्र की सुरक्षा है। आप सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं, तो आप पूरे देश को सुरक्षित करने का काम कर रहे हैं। हमारी सीमाएं जितनी सुरक्षित होंगी, सीमावर्ती क्षेत्र भी उतना ही सुरक्षित होगा। सीमावर्ती क्षेत्रों को सुरक्षित रखने के लिए और बेहतर सुविधाएं देने के लिए ढेर सारी योजनाएं मोदी सरकार ने बनाई है।