
नई दिल्ली । वैक्सीन विशेषज्ञ डॉ गगनदीप कांग ने केंद्र सरकार से भारत में लोगों को एमआरएनए वैक्सीन लगाए जाने का आग्रह करते हुए कहा है कि यह कोविड-19 के खिलाफ सबसे अच्छा बूस्टर शॉट हो सकता है। वेल्लोर में क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज में माइक्रोबायोलॉजी की प्रोफेसर डॉ कांग ने बताया कि भारत पुणे स्थित जेनोवा बायोफर्मासिटिकल्स लिमिटेड द्वारा अपने एमआरएनए प्लेटफॉर्म-आधारित वैक्सीन का भी इंतजार कर सकता है।
उन्होंने कहा कि बूस्टर शॉट्स सभी के लिए जरूरी नहीं हैं, यह केवल उन लोगों को दिया जाना चाहिए जो बीमारी के संपर्क में आसानी से आ सकते हैं और अब से 6 महीने पहले उन्हें टीका लगा हो। कांग ने कहा कमजोर आबादी को बूस्टर देने की आवश्यकता है। 60 साल से ऊपर या कमजोर लोगों के लिए बूस्टर डोज की जरूरत है। कांग ने कहा हालांकि यह सवाल बना हुआ है कि कौन सा बूस्टर दिया जाना चाहिए। स्टडी का डेटा के जरिए पता चला है कि कोविशील्ड बूस्टर डोज इम्यून रिस्पॉन्स देता है। हमारे पास अभी तक कोवैक्सीन का कोई डेटा नहीं है।
उन्होंने कहा कि अब तक उपलब्ध वैश्विक आंकड़ों के अनुसार, एमआरएन के टीके सबसे अच्छे बूस्टर साबित हुए हैं। कांग ने कहा या तो भारत सरकार को यह पता लगाना चाहिए कि इन एमआरएनए बूस्टर को भारत में कैसे लाया जाए या हम जेनोवा के एमआरएनए वैक्सीन के लॉन्च की प्रतीक्षा कर सकते हैं। यह टीका हमारे काम आ सकता है। डॉ कांग ने कहा दुनिया बूस्टर डोज मांग रही है। उन्होंने कहा कि उपलब्ध कोविड-19 टीके महामारी से लड़ने के लिए ‘सबसे तेज़ विकल्प’ हैं। अधिकांश टीके दो-खुराक वाले हैं लेकिन अभी तक उनकी इम्यूनिटी को ध्यान में अब तक यह नहीं तय हुआ कि कितनी खुराकें दी जाएंगी।