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१२ राशियों का वार्षिक भविष्यफल सन् २०२२ 

१२ राशियों का वार्षिक भविष्यफल सन् २०२२ 

१. मेष राशि- चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ 
आपकी राशि का स्वामी मंगल है। आर्थिक एवं व्यापार की दृष्टि से यह वर्ष सामान्य फल देगा, परिक्षय के अधिवक्ता के साथ -साथ अधिक कार्यों में रुकावट आयेगी, जिसके कारण अस्थिरता और मानसिक तनाव बनेगा किन्तु आकस्मिक धन प्राप्त के योग बनेंगे, मध्यम धन लाभ के साथ-साथ खर्च की अधिकता बनी रहेगी। कोई पुराना रुका कार्य पूर्ण होगा, धन हानि होगी पदोन्नति के योग बनेंगे। मनचाहा तबादला मिलेगा अनेक बार उच्चाधिकारियों से तनाव की स्थिति बनेगी, संपत्ति में हानि होगी, विवाद खड़े होगे। खरीदी संपत्ति आगे चलकर लाभ देवेगी। कर्ज से मुक्ति मिलेगी, स्वास्थ्य प्राय: नरम रहेगा, प्रेम प्रसंगों में तनाव होवेगा। अशुभ समाचार से दु:ख होगा, अदालती मामलों में अनेक उलझनों के बाद अन्तत: आपकी जीत होगी, किन्तु दाम्पत्य जीवन तनाव पूर्ण होगा। संतान की चिंता रहेगी, कुटुम्बी जनों से कभी दु:ख कभी सुख मिलेगा, शिक्षा के क्षेत्र में मिला जुला फल मिलेगा, किसी दुर्घटना के शिकार हो सकते है चोरी आदि की संभावना है, धैर्य से काम लेवें, विवाद से बचें, अपने शत्रुओं से आप विशेष सावधान रहें। किसी धोखा का शिकार हो सकते है, शुभ फल प्राप्त होवेगा। मूंगा धारण करें। मंगल का व्रत रखे तथा हनुमान जी की आराधना करें, चंदन आदि से चोला चढ़ायें, जाप पाठ करें या सुंदर कांड का पाठ जाप करें।  

२. वृष राशि- इ, उ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो
आपकी राशि का स्वामी शुक्र हैं। आर्थिक और व्यापारिक दृष्टि से फल मध्यम फलकारक है। धन लाभ के साथ खर्च की अधिकता रहेगी, आर्थिक चिंता व व्यापार की बाधा मन को अशांत रखेगी। नौकरी में किसी जांच का सामना करना पड़ेगा, विपरीत तबादले के साथ पदोन्नति मिल सकती है। किसी पुरानी उलझी समस्या का निदान होगा। सुख सुविधा के साधन एवं वाहन खरीदी में खर्च होगा। किसी अभिन्न मित्र से धोखे की संभावना है उधार दिया हुआ कर्ज डूब सकता है। स्वास्थ्य नरम गर्म रहेगा, कोई पुराना रोग उभर सकता है। अचानक धन लाभ के योग बनेंगे, इस वर्ष मुकदमें में विजय मिलेगी, चोट दुर्घटना की संभावना है। घर में शुभ मांगलिक कार्य होगे। शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों को आंशिक सफलता मिलेगी। अपने शत्रुओं पर विशेष ध्यान रखें। क्रोध त्यागे अन्यथा उच्च रक्तचाप होगा ब्लड प्रेशर बढ़ेगा, रिश्तेदारों के आगमन से मन प्रसन्न रहेगा। प्रेम प्रसंगों में अपमान सहना होगा। दाम्पत्य जीवन में कभी दु:ख कभी सुख सहना पड़ेगा। कुटुम्बियों में विरोध का सामना करना पड़ेगा। नये संपर्क बाद में लाभ देंगे, किसी शासकीय नोटिस से चिंता बढ़ेगी, शुक्रवार का व्रत रखें, शिवजी की सेवा आराधना करें तथ मंत्र जाप ऊं नम: शिवाय का जाप करना आपके के लिए हितकर लाभकारी होगा। 

३. मिथुन राशि- का, की, कू, ड, छ, के, को, ह
आपकी राशि का स्वामी बुध हैं। आर्थिक एवं व्यापारिक दृष्टि में यह वर्ष परिश्रम से अच्छा फल देगा। व्यापार विचार के साथ नवीन कार्य तथा योजनाओं में सफलता मिलेगी। छुटपुट बाधायें आयेगी। धन की आवक-जावक बराबर होने से धन के बचतमान में कम दिखाई देवेंगे। पारिवारिक संपत्तियों पर विवाद बनें रहेंगे। खरीदी वस्तुओं पर आगे चलकर लाभ होगा। कोई पुराना रुका पैसा मिलेगा, जोखिम कार्यों में आकस्मिक धन लाभ होगा। उधार न देवें, अन्यथा पैसा फंसेगा। सेल टेक्स, इनकम टेक्स की जांच का सामना करना पड़ेगा। मित्रों से तनाव तथा धोखा ज्यादा होगा। नौकरी के क्षेत्र में उच्चाधिकारियों से विवाद बढ़ सकता है। विपरीत तबादले के साथ यात्रा के योग बनेंगे। कुटुम्बियों से दु:ख तथा सुख की आशा कम होगी। स्वास्थ्य प्राय: नरम रहेगा। ऑपरेशन की संभावना बन सकती है। आपके मान सम्मान पर घात आ सकता है। अपनी वाणी पर संयम रखे, क्रोध त्यागें, वरना रक्त चाप के शिकार हो सकते है। किसी पुराने कर्ज से मुक्ति मिलेगी। संतान की चिंता बनी रहेगी। किसी दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं। अदालती मामलों में जीत हासिल होगी। वैवाहिक प्रयासों में सफलता मिलेगी। विष्णु जी की पूजा करें तथा सोमवार व बुधवार का व्रत रखें, हनुमान जी को चोला चढ़ायें लाभ होगा।

४. कर्क राशि- ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो
आपकी राशि का स्वामी चन्द्रमा हैं। आर्थिक सामाजिक व्यापारिक दृष्टि से सामान्य फलदायक है। खर्च की अधिकता के कारण धन का संचय कम होगा। व्यापार में अच्छे व्यापारियों से मेल मिलाप होगा। पुराने रुके कार्यों में अभीष्ट की प्राप्ति होवेगी। धन हानि होगी तथा अनेक बार बाधायें आयेगी। नौकरी के क्षेत्र में पदोन्नति मिलेगी, पर विवाद भी बढ़ेगा। मन चाहे वाहनों, सुख सुविधाओं के साधनों की खरीदी होगी। पारिवारिक संपत्त्यिां तनाव पैदा करेगी। कुटुम्बीजनें से लगातार विरोध का सामना करना पड़ेगा, दाम्पत्य जीवन में सुख की कमी तथा तनाव पैदा होवे। तीर्थ यात्रा पर जायेंगे, किन्तु अशुभ समाचार से दु:ख होगा। ऑपरेशन आदि का सामना करना पड़ सकता है। किसी पुराने कार्य से मुक्ति मिलेगी, विवादों से दु:ख होगा। िकसी धोखे के शिकार हो सकते है। वैवाहिक प्रयासों में सफलता मिलेगी, किन्तु बाधा आयेगी। अदालती मामलों में समाधान मिलेगा। इस वर्ष आपके शत्रु आय पर हावी होंगे, शिक्षा के क्षेत्र में बाधाए आयेगी। प्रेम प्रसंग में अपमान जनक स्थिति बनेगी। संतान की चिंता सतायेगी, उधार लेन देन से बचें, जोखिम के धंधों से लाभ होगा। रुका पैसा मिलेगा, अनेक नये संबंध बनेंगे, जो बाद में काम आयेंगे, किसी पुरानी उलझी समस्या का निदान होगा। संभल कर चलें, चोट-चपेट की स्थिति बन सकती है। सावधानी से कार्य करें, पुराने संबंधों का बिगाड़ें नहीं व्यवहार बनाकर रखे। 

५. सिंह राशि- मा, मी, मु, मे, मो, टा, टी, टू, टे
आपकी राशि का स्वामी सूर्य हैं। आर्थिक एवं व्यापारिक दृष्टिकोण से यह वर्ष एकदम सामान्य फलकारक है। आर्थिक चिन्ता कम तथा व्यापार बाधाआें के कारण कार्य परिवर्तन का मन बन सकता है। पारिवारिक सम्पत्तियों को लेकर पारिवारिक कुटुम्बियों में विवाद होवें, जिससे भारी मानसिक तनाव होगा, खर्च की अधिकता एवं साधनों की खराबी के कारण धन का संचय कम होवेगा। अत: आय उधार देने से बचे, शासन से कोई नोटिस आदि मिलेगा, जीवन में छुटपुट लाभ के साथ विपरीत बदलवों तथा स्थानान्तरण से होगा। दाम्पत्य जीवन में सुख-दु:ख दोनों साथ आयेंगे, बुजुर्गों के लिए कष्टदायी रहेगा, विरोधी आय को परेशान करने में सफल होंगे। छात्रों के परिश्रम से सफलता मिलेगी, समय उत्तम है। लाभकारी संपर्क बनेंगे, शोक की स्थिति सामने आयेगी, संतान की चिंता सतायेगी, जोखिम के धंधों में धन लाभ होगा। विवादों से हानि होगी, किसी निकट व्यक्ति से धोखें की संभावना है। अतिथि सतकार में समय बीतेगा, रुका पैसा मिलेगा, मनोरंजन के मौके आयेंगे, किसी के कष्ट का सामना करना पड़ेगा। शुभ फल प्राप्त हेतु सूर्य का जाप करे, सूर्य स्त्रोत का पाठ अवश्य करें। रविवार का व्रत रखें, माणिक रत्न पांच रत्ती का धारण करें। 

६. कन्या राशि- टो, पा, पी, पू, षा, ण, ठ, पे, पो
आपकी राशि का स्वामी बुध हैं। आर्थिक एवं व्यापारिक दृष्टि से यह वर्ष मिश्रित फलकारक है। अच्छे धन लाभ के बाद खर्च की अधिकता रहेगी एवं धन हानि भी होगी। समय कार्य विषय हेतु अनुकूल है। छुटपुट बाधाओं के बाद आपके सोचे कार्य पूर्ण हो जायेंगे। घरेलू सुख सुविधा एवं वाहन खरीदी में खर्च होगा, जोखिम के कार्यों में धन प्राप्त होगा। मांगलिक कार्यो की चर्चा होगी। नौकरी में पदोन्नति के योग बनेंगे। स्वास्थ्य नरम-गरम रहेगा। मानसिक तनाव होगा। पारिवारिक समस्याओं को लेकर हल्का विवाद होगा, कुटुम्बीजनों से मन भेद होगा, सावधानी एवं धैर्य से काम लेंवे, अन्यथा पुलिस के लफड़े में फंस सकते है। संतान की सफलता से मन प्रसन्न रहेगा, नये संपर्क से कोई विशेष लाभ नहीं होगा, अशुभ समाचार से मन दु:खी होगा, पुरानी किसी उलझी समास्या का निदान होगा। यात्रा कष्टदायक होगी, कड़े परिश्रम से छात्रों को सफलता मिलेगी, किन्तु अपने शत्रुओं से सावधान रहे तथा संकल्प को लेकर कार्य करते रहे, तथा आगे बढ़े। पन्ना धारण करें तथा देवी माँ की उपासना, जाप, पाठ आदि करे या कराये। विशेष काल नवरात्रि में पाठ जाप अवश्य कराये, देवी का व्रत रखे कन्या भोजन कराये। चींटी को आटा मिश्रित शक्कर चुनायें तथा सुखी सम्पन्न जीवन हेतु व व्यापार की वृद्धि हेतु देवी मंदिर में दान तथा पुण्य के कार्य अवश्य करें, तथा खीर का भोजन बनाकर कन्याओं को खिलाए। 

७. तुला राशि- रा, री, रु, रे, रो, त, ती, तू, ते
आपकी राशि का स्वामी शुक्र हैं। आर्थिक एवं व्यापारिक क्षेत्र में इस वर्ष आय को काफी अच्छा लाभ मिलेगा व्यपार में अनेक बाधाओं के बीच धन लाभ होगा। आर्थिक चिंताओं के बीच समान खरीदी होगी, कार्य विस्तार व कार्य परिवर्तन के योग बनेंगे। नये कार्य खोलने के योग बनेंगे, जोखिम के धंधों से धन प्राप्त का योग है। रुके कार्य समय पर हो जायेंगे। मित्रगण सहयोग करेंगे, किन्तु तनाव की स्थिति से आप बचकर चलें व्यापार में मनचाहें कार्य होंगे, किन्तु उतार चढ़ाव की स्थिति बनेगी, किन्तु विभागीय जांचों का तनाव बढ़ेगा तथा मनचाही सफलता तथा सहयोग की स्थिति बनेगी, किन्तु पुरानी जांच से मुक्ति मिलेगी, संपत्ति का लाभ होगा सेल टैक्स, इनकम टैक्स की जांच होगी। मुकदमें में उलझनों तथा डर की स्थिति बन सकती है। सजकता से केस मुकदमें लड़े, दाम्पत्य जीवन कष्टमय रहेगा, चोट चपेट की संभावना बनेगी। समय का ध्यान अवश्य रखे, यात्रा से लाभ, बुजुर्गों का ध्यान अवश्य रखें, कुटुम्बीजनों से सहयोग मिलेगा, किन्तु पुराने रोग के उभरने से कष्ट बनेगा, मानसिक तनाव मनोरंजन के अवसर आयेंगे, खर्च की अधिकता के कारण कर्ज लेने की नौबत भी आ सकती है। पुराने विवादित कर्ज से मुक्ति मिलेगी, शिक्षा के क्षेत्र में छात्रों के सफलता के योग बनेंगे, प्रयासों को कर्म की कसौटी पर कसने से आपकों अच्छी सफलता मिलेगी, चोरों से सावधान अतिथि आगमन होगा, शुभ फल हेतु शुक्रवार का व्रत रखें जरकिन व डायमंड धारण करें, तथा अधिक कष्ट में महामृत्युंजय मंत्र का जाप पाठ करें।

८. वृश्चिक राशि- तो, ना, नी, न्ाू, ने, नो, या, वि, यू
आपकी राशि का स्वामी मंगल हैं। आर्थिक एवं व्यावहारिक दृष्टि से यह वर्ष अनेक परेशानियों के साथ-साथ अच्छा फल भी दे सकता है। व्यापार विस्तार एवं परिवर्तन के अनुकूल समय है। सोचे हुए कार्य पूर्ण हो जायेंगे, सुख सुविधाओं के साधन एवं वाहन खरीदी होगी, किन्तु धन की कमी महसूस होगी। संतान की शिक्षा में धन खर्च होगा, परिश्रम अधिक करने से रुके कार्य पूर्ण हो जायेंगे। पैर, विकार व कमर दर्द के कारण शारीरिक कष्ट होगा, नौकरी में उत्तम लाभ एवं विवाद की संभावना किन्तु संपत्ति लाभ होगा, दामपत्य जीवन कष्टमय होगा, संतान की सफलता में खुशी महसूस करेंगे। यात्राएं कष्टप्रद हो सकती है। आपको शुभ समाचार मिलेंगे तथा आकस्मिक धन प्राप्त के योग बनेंगे, इस वर्ष उच्च वर्ग के लोगों से अच्छे संपर्क बनेंगे, जिससे आप अच्छा लाभ उठा सकते है। कुटुम्बीजनों से कमी दु:ख तो कभी सुख मिलेगा, मानसिक तनाव के बीच आमोद प्रमोद के अवसर भी मिलेंगे, किन्तु आपके मान सम्मान में आंच आ सकती है। आपके पक्ष में मुकदमें की सफलता है वैवाहिक प्रयासों में सफलता मिलेगी, पुराने कर्ज का चुकारा होकर मुक्ति मिले। शत्रु  हावी होंगे, छात्राओं को बाधाओं का सामना करना पड़ेगा, मित्रों से तनाव होगा, उलझी समस्या निपटेगी शुभ फल हेतु मूंगा धारण करें तथा हनुमानतजी की अराधना, जाप, पाठ करें।   महत्वपूर्ण योजना अज्ञात कारणों से स्थगित हो सकती हैं। महिलाओं का समय हास-परिहास में 

९. धनु राशि- ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढ, भे
आपकी का स्वामी गुरु हैं। आर्थिक एवं व्यापारिक क्षेत्र में यह वर्ष आपकों मध्यम फल देगा। व्यापार में अत्याधिक परिश्रम करना पड़ेगा, मध्यम लाभ के साथ खर्च या अधिक होगा। मानसिक तनाव बढ़ेगा, छुटपुट बाधाओं के बावजूद आपके सोचे कार्य पूर्ण हो जायेंगे। व्यापार में बदलाव कमीशन बनेगा, शुभ मांगलिक कार्य होगे, उधार दिया पैसा, डूबने की कगार में होगा, नौकरी में मिश्रित फल मिलेगा। विपरीत तबादलों एवं तनावों के बीच पदोन्नति हो सकती है। आपकों कोई धोखा देगा, दाम्पत्य जीवन कष्टप्रद रहेगा। पेट विकार से परेशान रहेंगे, धर्मकर्म में रुचि बढ़ेगी, चोट लगी सकती है। अशुभ समाचार मिलेंगे, जोखिम के धंधों में अप्रत्याशित लाभ होगा। यात्राओं से हानि होने की शंका है। छात्राओं को मिली-जुली अप्रत्याशित सफलता मिलेगी, अनेक बार विवाद होगा। छात्राओं का धन खर्च होगा। मित्रों से लाभ कम तनाव अधिक प्राप्त होगा। मनचाहें वाहनों की खरीदी में धन खर्च होगा। संपत्ति विवाद संभव होगा, कुसंग से हानि होगी, अपने शत्रुओं पर आप स्वयं निगाह रखें। अन्यथा हानि पहुंचा सकते है। कोई मनोकामना पूर्ण होगी और कर्ज का चुकारा होगा, मुकदमें का पैâसला होगा, चोरी से सावधान रहें, अच्छे फल हेतु गुरुवार का व्रत रखे विष्णु जी की पूजा तथा सत्यनारायण व्रत रखें तथा पुखराज रत्न गुरु की उंगली में धारण करें। ओम गुरुवे नम: का जाप करें, मन शांति बनायें रखे। 

१०. मकर राशि- भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी 
आपकी राशि का स्वामी शनि हैं। आर्थिक व व्यापारिक दृष्टि से यह वर्ष आपकों उत्तम फलकारक है। बाधाओं के बाद भी कड़े परिश्रम से अच्छा फल मिलेगा, किन्तु खर्च की अधिकता के कारण चिन्ता बढ़ेगी, छुटपुट हानि हो सकती है सोचे कार्य पूर्ण होंगे, रुके कार्य पूर्ण होंगे। नौकरी में उत्तम फल मिलेगा। यदा-कदा अधिकारियों से विवाद भी होंगे, स्वास्थ्य नरम रहेगा। दाम्पत्य जीवन में कभी सुख, कभी दु:ख मिलेगा। प्रेम प्रसंग हानिकारण होगा, दाम्पत्य में कभी सुख कभी दु:ख के प्रसंग आयेंगे। संतान की सफलता पर मन प्रसन्न रहेगा, किसी मित्र से धोखा मिलेगा, आप पर कोई लाछन लगा सकता है। अदालती मामलों में कुछ उलझाव आयेगा। चोट व चपेट से सावधान रहे। मांगलिक कार्य होंगे उदर विकार से आय परेशान हो सकते है। छात्रों को अच्छी सफलता मिलेगी, छात्रों को प्रयास करना चाहिए शत्रु हावी होवे का प्रयास करेंगे, आकस्मिक धन प्राप्ति के योग है। पारिवारिक संपत्ति के विवाद होंगे शासन से सहयोग मिलेगा रुका पैसा प्राप्त होगा, किसी पुराने मित्रों से पुरानी समस्या का हल होगा। कोई मनोकामना पूर्ण होगी तथा अतिथि का आगमन होगा तथा तीर्थ यात्रा की योजना बन सकती है। आय शनि देव की आराधना करें। शनि स्त्रोत एवं शनि मंत्र का जाप करें तथा नीलम धारण करें बड़ी उंगली में तथा शनिवार का व्रत रखें। 

११. कुंभ राशि- गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा
आपकी राशि का स्वामी शनि हैं। कार्य व्यवसाय की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम फलकारक है। आपके व्यापार व नौकरी परिवर्तन के योग बन रहे है। आपकों कार्यों में विशेष परेशानी के बावजूद धन का लाभ होगा, रुके कार्य जी-तोड़ मेहनत से पूर्ण हो जायेंगे। सुख सुविधा तथा मांगलिक कार्यों में सफलता मिलें तथा धन खर्च होगा। रुका पैसा मिलेगा, शासन से हानि की संभावना बनेगी। मित्रों का सहयोग नहीं मिलेगा। किसी को आय उधार न देवें, अन्यथा मिलना मुश्किल होगा, दोस्ती यारी से दूर रहे। उच्चाधिकारियों से विवाद की संभावना है, तथा विपरीत दिशा में स्थानानंतरण हो सकता है। पदोन्नति काफी संघर्ष के बाद प्राप्त होगी। व्यवहार में सुधार करे, मीठी वाणी बोले, उदर विकार कष्ट कारक होगा, टांगों तथा जोड़ों में दर्द होगा, घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर ध्यान देवे, तथा संतान की सफलता से खुशी होगी, यात्रा कष्टप्रद होगी। प्रेम प्रसंगों में निराशा हाथ लगेगी, अशुभ समाचार मिलेंगे, समय स्थिति का ध्यान रखे। उलझी समस्या सुलझ जायेगी तथा अदालती मामलों में अनुकुल समय है। चोटआदि की संभावना है। कोई मनोकामना पूर्ण होगी। शनिदेव की आराधना करें। शनि स्त्रोत का पाठ करें, शनि मंत्र का जाप करें, नीलम ५ रत्ती का धारण करें या नीली धारण बड़ी उंगुली में करें या शनिवार शनि देव को तेल चढ़ाये। 


१२.मीन राशि- दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची
आपकी राशि का स्वामी गुरु हैं। व्यापार में अच्छा लाभ करायेगा, व्यापार का विस्तार होगा, सोचे कार्य पूर्ण होगे। साधनों की खरीदी होगी, मित्रों का मिलन अत्याधिक हानि कारक होगा, समय स्थिति का ध्यान रखें, संपत्ति की खरीदी में छुटपुट विवादें के बाद लाभ होगा, इनकम टैक्स आदि की सूचना मिलेगी। यह वर्ष भाग्य उन्नति में सहायक है। दाम्पत्य जीवन में सुख दु:ख दोनों मिलते रहेंगे। समय का भोग ही जीवन का मूल है। आय को संतान पर अधिक खर्च होगा, आपके मान सम्मान पर आंच आ सकती है। धर्म कर्म में रुचि बढ़ेगी विरोधियों के हौंसले पस्त होंगे अप्रिय समाचार से मन दु:खी रहेगा। अदालती मामलें अनुकूल होंगे, मनोकमना पूर्ण होगी। नई यात्रा सुखद होगी, कोई पुराने ऋण से मुक्ति मिलेगी तथा स्थिति मजबूत होगी। पारिवारि संपत्तियों का बंटवारा भी होगा। आपकों शुभ फल प्राप्त हेतु गुरु नारायण का मंत्र जाप करना चाहिए तथा गुरुवार का व्रत रखे तथा श्री सत्यनारायण की कथा हर गुरुवार हर पूर्णिमा को सुने निश्यच सफलता के योग बनेंगे। विद्यार्थियों को उत्तम विद्या के योग है तथा परीक्षा परिणाम उत्तम होंगे तथा नौकरी में परिणाम अच्छे मिलेंगे, सुख शांति का वातावरण बनेगा तथा आय पूर्ति का पुखराज व पीला पुखराज धारण करें, लाभ मिलेगा विवाहादि के योग उत्तम है, यदि कुंडली होवें तो कुंडली मिलकर विवाह करना उत्तम फलकारक होगा। 

(लेखक-(डॉ.पी.एल.गौतमाचार्य))
 

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