
जयपुर । पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सेंध को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहा कि यह गंभीर चूक है। मामले पर राजनीति करने की बजाय विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी), खुफिया ब्यूरो (आईबी) तथा अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। गहलोत ने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक होना एक गंभीर मामला है। पूर्व में भारत के दो प्रधानमंत्रियों इन्दिरा गांधी एवं राजीव गांधी की हत्या हो चुकी है जिसके बाद प्रधानमंत्री की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी एसपीजी को दी गई। प्रधानमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एसपीजी एक्ट में विशेष प्रावधान किए गए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री के दौरे पर सुरक्षा की जिम्मेदारी एसपीजी एवं आईबी की होती है तथा राज्य पुलिस एसपीजी के निर्देशों एवं सलाह का पालन करती है। एसपीजी की अनुमति के बिना प्रधानमंत्री का काफिला आगे नहीं बढ़ सकता है।’
उन्होंने कहा, ‘एसपीजी को बताना चाहिए कि बिना पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के प्रधानमंत्री को दो घंटे से अधिक समय की सड़क यात्रा क्यों करवाई गई? पंजाब के मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों के प्रदर्शन के बारे में पूर्व में जानकारी दे दी गई थी तब भी प्रदर्शन वाले रास्ते में पीएम के काफिले को जाने की अनुमति एसपीजी ने क्यों दी?’ उन्होंने कहा, यह एक गंभीर मुद्दा है जिस पर राजनीति करने की बजाय एसपीजी, आईबी तथा अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी तय होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा, भाजपा द्वारा इस मुद्दे पर कांग्रेस एवं पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के खिलाफ की जा रहीं टिप्पणियां मुद्दे की गंभीरता को कम करती है। इसकी निंदा की जानी चाहिए।