
नई दिल्ली । संसद के 1 फरवरी को आहूत होने वाले बजट सत्र-2022 में केंद्र सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस ने किसानों की हालत, चीनी घुसपैठ, कोरोना पीड़ितों के लिए राहत पैकेज समेत अन्य मुद्दों को लेकर रणनीति बनाई है, जिसके चलते सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने संसद के आगामी बजट सत्र को लेकर अहम बैठक की। जिसमें पार्टी नेतृत्व ने सत्र के दौरान समान विचारधारा वाले दलों के साथ मिलकर काम करने का फैसला लिया। पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी की अध्यक्षता में शुक्रवार को कांग्रेस संसदीय रणनीति समूह की बैठक में ये निर्णय लिया गया। वहीं सोमवार को केन्द्र की ओर से भी सर्वदलीय बैठक बुलाई गई है। जिसमें माना जा रहा कि सभी पार्टियों से संसद के कामकाज को सुचारू रूप से चलाने की अपील किए जाने की उम्मीद है। आज हुई बैठक में कांग्रेस सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे, अधीर रंजन चौधरी, एके एंटनी, केसी वेणुगोपाल, आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, के सुरेश, जयराम रमेश, मनिकम टैगोर, मनीष तिवारी और अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, 'कोविड महामारी से प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज की मांग को कांग्रेस इस सत्र में पुरजोर तरीके से उठाएगी। पार्टी लंबे समय से यह मांग कर रही है कि कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले हर व्यक्ति के परिवार को चार लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए। हम इसी मांग पर जोर देंगे।' उन्होंने कहा, 'सीमा पर चीन की बढ़ती आक्रमकता और उसके साथ चल रहे गतिरोध, महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, एयर इंडिया और दूसरी सरकारी कंपनियों के निजीकरण और किसानों से जुड़े मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा।' संसद के बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ आरंभ होगा। एक फरवरी को बजट पेश होगा। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने ट्विटर पर कहा दोनों सदनों के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संबोधन के साथ बजट सत्र का पहला भाग 31 जनवरी से शुरू होगा। एक फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण केंद्रीय बजट पेश करेंगी। कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने के लिए, संसद के दोनों सदन शिफ्ट में काम करेंगे।