
नई दिल्ली । रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बजट के बारे में बात करते हुए कहा कि मेरे तीनों मंत्रालय में एक प्रोग्रेसिव सोच के साथ चीजों को रखा गया है। उन्होंने कहा कि बजट में रेलवे को 1 लाख 37 हजार करोड़ रुपए का कैपिटल निवेश का सहयोग दिया गया है। इससे कई सालों से अटकी रेलवे की परियोजनाओं को दोबारा शुरू करने में मदद मिलेगी। रेल मंत्री ने कहा कि फिलहाल वंदे भारत ट्रेन का पहला वर्जन पटरियों पर दौड़ रहा है, जल्द ही इसका दूसरा वर्जन भी देश के सामने होगा। इसका उत्पादन अभी हो रहा है। जल्द ही इसकी टेस्टिंग भी होगी। अगस्त सितंबर से फैक्ट्री से हर महीने 7-8 ट्रेनें निकलती नजर आएंगी। आने वाले तीन सालों में 400 वंदे भारत ट्रेनें चलाए जाने की योजना है।
उन्होंने आगे कहा दुनियाभर में केवल आठ देश ही हैं जिन्होंने 180km प्रति घंटे की रफ्तार वाली ट्रेन डिजाइन की है। हमारी वंदे भारत एक्सप्रेस इसी रफ्तार पर चलती है। जब उनसे पूछा गया कि वंदे भारत में सफर करना मंहगा हो जाएगा, तो उन्होंने कहा— साढ़े आठ सौ करोड़ यात्री साल रेलवे से सफर करते हैं। हर सेगमेंट के लोग चढ़ते हैं, तो नई चीजें तो देनी होंगी। अगर वंदे भारत प्रीमियम कैटेगरी की होती तो ऑक्यूपेंसी कम होती। फिलहाल दोनों वंदे भारत ट्रेनों की ऑक्यूपेंसी 95% है।