
नई दिल्ली । सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों और सोशल मीडिया कंपनी गूगल, ट्विटर और फेसबुक के बीच कंटेंट मॉडरेशन और फर्जी खबरों पर रोक लगाने को लेकर आज बैठक हुई। सरकार ने बैठक में कड़े शब्दों में फर्जी खबरों पर रोक लगाने का कहा है।
अधिकारियों ने कहा कि जब अपने व्यावसायिक हितों की बात आती है तो दिग्गज टेक कंपनियां तत्काल कार्रवाई करती हैं, लेकिन जब भारत से जुड़े राष्ट्रविरोधी, भड़काऊ और फर्जी खबरों की बात आती है, तो वे सरकार पर छोड़ देते हैं कि सरकार ये मुद्दा उठाए। यह नकारात्मक है। जब सरकार इस बारे में कहती है, तो इससे अंतरराष्ट्रीय बिरादरी में यह संदेश जाता है कि सरकार कंपनियों पर दबाव डाल रही है। यह बैठक हाल ही में यूट्यूब के कई चैनलों को बंद करने की कार्रवाई के बाद हुई है। इनमें से कई चैनलों को लेकर सरकार ने कहा था कि ये चैनल पाकिस्तान से चलाए जा रहे हैं और भारत-विरोधी प्रोपगेंडा फैला रहे थे।