
नई दिल्ली । कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर चीन और पाकिस्तान को करीब लाने का आरोप लगाने के एक दिन बाद पूर्व विदेश मंत्री के नटवर सिंह ने गुरुवार को कहा कि राहुल गांधी की टिप्पणी थी पूरी तरह सटीक नहीं है। नटवर सिंह ने कहा कि मुझे आश्चर्य है कि सरकार की ओर से कोई भी राहुल गांधी को यह याद दिलाने के लिए नहीं उठा कि उन्होंने जो कहा है वह पूरी तरह से सटीक नहीं है। 1960 के दशक से चीन और पाकिस्तान घनिष्ठ सहयोगी रहे हैं। इसकी शुरुआत उनके परनाना (पंडित जवाहर लाल नेहरू) के समय में हुई थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी लोकसभा में एक रोज पहले दिए भाषण पर घिरते नजर आ रहे हैं। सिर्फ भाजपा सांसद ही नहीं अब कांग्रेस राज में विदेश मंत्री रह चुके नटवर सिंह समेत कई दिग्गजों ने उनके बयान को आड़े हाथों लिया है। नटवर सिंह ने कहा कि चीन और पाकिस्तान की घनिष्टता की शुरुआत राहुल गांधी के परनाना (पंडित जवाहर लाल नेहरू) के वक्त शुरू हुई थी। वहीं, कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बड़े भाई पूर्व राजनयिक कंवल सिब्बल ने भी कहा कि चीन-पाकिस्तान गठबंधन भारत में भाजपा के सत्ता में आने से 'बहुत पहले' शुरू हो गया था। कंवल ने टिप्पणी की की 1962 के संघर्ष के बाद चीन-पाकिस्तान ने अपने संबंधों को मजबूत करने का अवसर देखा। हर कोई जानता है कि दोनों ने परमाणु क्षेत्र में अवैध रूप से सहयोग किया है। राहुल गांधी ने ये टिप्पणी बुधवार को निचले सदन में बोलते हुए की, जब उन्होंने संसद में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद के 31 जनवरी के संबोधन पर बहस का जवाब दिया। उन्होंने कहा था, 'चीन के पास बहुत स्पष्ट दृष्टिकोण है कि वे क्या करना चाहते हैं। भारत की विदेश नीति का एकमात्र सबसे बड़ा रणनीतिक लक्ष्य पाकिस्तान और चीन को अलग रखना रहा है। आपने जो किया है, आप उन्हें एक साथ लाए हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने सरकार को किसी भी तरह के भ्रम में न रहने की चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा, जो ताकत आपके सामने खड़ी है, उसे कम मत समझिए। आप पाकिस्तान और चीन को साथ लाए हैं। यह एकमात्र सबसे बड़ा अपराध है जो आप भारत के लोगों के खिलाफ कर सकते हैं। गौरतलब है कि राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा नेताओं से उग्र प्रतिक्रिया मिली है, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका ने भी जवाब दिया कि वह इस तरह की टिप्पणियों का समर्थन नहीं करेगा।