
नई दिल्ली । यूपी में विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कार पर हुई फायरिंग के बावजूद जेड श्रेणी की सुरक्षा लेने से इनकार करने वाले एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ' भारत के संविधान में हर सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि हर भारत के शहरी के जान की हिफाजत करे। वो इस बारे में शपथ लेते हैं, अगर वे इसे निभा नहीं पा रहे हैं और कह रहे कि ओवैसी की जान की हिफाजत करेंगे। कह रहे हैं कि ओवैसी की जान की कीमत पीलू, रकबर, जुनैद और अखलाक से बढ़कर है तो हम नहीं मानते। आप भारत के हर शहरी को हिफाज़त दें तो सब सेफ फील करेंगे। ये जो लोग कट्टर हो रहे हैं, क्यों हो रहे है ये लोग गोली पर भरोसा रखते हैं, बैलेट पर नहीं। ये लोग जो नफरत पर भरोसा रखते हैं, बातचीत पर नहीं। कौन सी किताब ये पढ़ रहे हैं।'
सिक्युरिटी नहीं लेने से संबंधित एक अन्य सवाल पर उन्होंने एक समाचार से कहा, 'यहां कोई जिंदा रहने यहां पर नहीं आया है। सबको मरना है। सिकंदर जब दुनिया से गया तो वसीयत लिखकर गया कि हमारा अंतिम संस्कार करोगे तो मेरे हाथ खुले रखना तो लोगों ने पूछा क्यों? ताकि सबको पता लगे कि सिकंदर दुनिया से खाली हाथ जा रहा है। मैं जब तक जिंदा रहूंगा अपनी आवाज को नही दबाऊंगा। इन जालिमों को लगता है, मेरी बात से तकलीफ हो रही है तो कोर्ट जाएं। पुलिस में शिकायत करें। अगर आप हमें मार भी देंगे तब भी हम खामोश नही बैठेंगे।' गुरुवार की इस घटना को लेकर उन्होंने कहा, ' दो लोग नहीं हैं, इनके पीछे बड़े-बड़े लोग है। सरकार तहकीकात करे। प्रयागराज में धर्म संसद हुई, इसकी जांच करे। एक-एक आदमी ने आकर हमको क्या क्या गाली दी, धमकी दी।कांग्रेस के नेता दो भारत की बात करते हैं, दो भारत हैं एक मोहब्बत का और एक नफरत का।"
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, 'इतने कट्टर क्यों हो चुके हैं ये लोग? हमने प्रस्ताव दिया है कि दिसम्बर 2015 को गृह मंत्रालय में कहा था हर मजहब का रेडिकलजेशन सेंटर बनाये किसी एक मजहब का नहीं। क्या गांधी और दो प्रधानमंत्री को मारने वाले कट्टर नही थे। इससे बीजेपी को खतरा तो है देश को ज़्यादा खतरा है। क्या मामले में कार्रवाई से संतुष्ट हैं, तो उन्होंने कहा कि अरे भाई उन पर (दोनों आरोपियों पर) यूएपीए नही लगाया। फेसबुक में कोई कमेंट करता है तो उसको जेल में डाल दिया जाता है। बरसों जेल में रहते है ,क्या ये दो लड़के उनके घर जमाई हैं?" प्रचार करने अब भी यूपी जाएंगे, इस पर ओवैसी ने कहा, 'यूपी बिल्कुल जाएंगे। हम तूफानों में चिराग जलाने का हुनुर सीख चुके है। मौत तो मुझे आएगी एक दिन। मैं इसी सरजमीं में पैदा हुआ और इसी में जाऊंगा। डर कर जिंदगी गुजारना, घुटन से जिंदगी गुजारना ये मेरे बस की बात नहीं।'