
नई दिल्ली । केंद्र सरकार को नहीं मालूम की कोरोना संकट के दौरान गंगा नदी में कितने शव बहाए गए हैं। सरकार ने संसद को बताया कि कि कोरोना महामारी के दौरान गंगा नदी में फेंके गए शवों की संख्या के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने कहा स्वच्छ गंगा के लिए राष्ट्रीय मिशन (एनएमसीजी) ने संबंधित राज्य सरकारों से नदी में तैरते शवों के बारे में रिपोर्ट मांगी है। गंगा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निकायों का उचित संचालन, प्रबंधन और निपटान सुनिश्चित करने पर विचार किया गया है।
जल शक्ति राज्य मंत्री बिश्वेश्वर टुडू ने कहा कि गंगा नदी में फेंके गए कोरोना से संबंधित शवों की संख्या के बारे में जानकारी उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा नमामि गंगे कार्यक्रम के तहत संचार और सार्वजनिक आउटरीच हेड के तहत 126 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं, जिसमें मीडिया और प्रचार भी शामिल हैं। एनएमसीजी के पूर्व महानिदेशक राजीव रंजन मिश्रा ने हाल ही में एक किताब में कहा था कि जिलाधिकारियों और पंचायत समितियों की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान गंगा में फेंके गए शवों की संख्या 300 से अधिक नहीं थी।