
नई दिल्ली । रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने नई दिल्ली में 10 फरवरी, को रक्षा सम्पदा कर्मियों को आधुनिक प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके रक्षा विभाग की 17.78 लाख एकड़ जमीन का सर्वेक्षण करने के लिये पुरस्कार प्रदान किये। ये पुरस्कार 38 रक्षा सम्पदा कार्यालयों तथा चार सहायक रक्षा सम्पदा कार्यालयों के 11 अधिकारियों और 24 कर्मियों को प्रदान किये गये। रक्षा सम्पदा कार्यालय के दस्तावेजों के अनुसार रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व में 17.99 लाख एकड़ जमीन है, जिसमें से 1.61 लाख एकड़ जमीन देशभर के 62 अधिसूचित छावनियों में स्थित है। लगभग 16.38 लाख एकड़ जमीन छावनियों के कई हिस्सों में स्थित है। कुल 16.38 लाख एकड़ जमीन में से लगभग 18,000 एकड़ जमीन को या तो राज्य ने किराये पर ले रखा है या अन्य सरकारी विभागों को स्थानांतरित किये जाने के कारण उन्हें दस्तावेज से निकालना बाकी रह गया है। सर्वेक्षण का काम 17.78 लाख एकड़ में पूरा कर लिया गया है, जो अपने आप में महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है, क्योंकि आजादी के बाद पहली बार पूरी रक्षा जमीनों का सर्वेक्षण किया गया है, जिसमें विभिन्न राज्य सरकारों के राजस्व अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। सर्वेक्षण में आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया।
राजनाथ सिंह ने रक्षा सम्पदा कर्मियों की प्रशंसा की कि उन लोगों ने गैर-आबाद और दूर-दराज के क्षेत्रों में प्रतिकूल मौसमी हालात तथा कोविड-19 महामारी के खतरे के बावजूद यह काम पूरा किया। उन्होंने सर्वेक्षण को ऐतिहासिक बताया और विश्वास व्यक्त किया कि रक्षा जमीनों का स्पष्ट सीमांकन इन इलाकों की सुरक्षा तथा विकास के लिये महत्त्वपूर्ण साबित होगा। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण के जरिये जमीन की सटीक नपाई संभव हुई और विश्वसनीय दस्तावेज तैयार हो सके। इस तरह जमीन के विवादों को हल करने में लगने वाली ऊर्जा, धन और समय की बचत होगी।