
नई दिल्ली । यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों और सभी छात्रों को सुरक्षित निकालने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही है। पीएम नरेंद्र मोदी ने काम के लिए चार केंद्रीय मंत्रियों की ड्यूटी लगा दी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकारी मशीनरी चौबीसों घंटे काम कर रही है, ताकि यूक्रेन में मौजूद सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित रहें। केंद्र सरकार की कोशिशों के बीच शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भारत सरकार की कोशिशों पर सवाल उठाए हैं। प्रियंका चतुर्वेदी ने स्टूडेंट्स को यूक्रेन से सुरक्षित निकाले जाने की कोशिशों पर ट्वीट करके सवाल उठाए, जिस पर पोलैंड के राजदूत ने उन्हें जवाब दिया, जिससे दोनों पक्षों के बीच जमकर तू-तू मैं-मैं हुई।
पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए और मुद्दे पर अपनी बात रखी। उन्होंने लिखा है, मैं यूक्रेन में फंसे हमारे युवाओं के वीडियो देख रहा हूं, वहां से निकलने के लिए गुहार लगा रहे हैं। सहायता मांग रहे हैं। उनकी हालत देखकर दिल दहल रहा है। मैं उनकी सकुशल घर वापसी की छटपटाहट को समझ सकता हूं, लेकिन जब उस देश में युद्ध चल रहा हो, अनिश्चितता का माहौल हो और जब ऑपरेशन लिंक टूट जाते हैं, तब उस समय में बस यहीं मुनासिब है कि हम हमारे अधिकारियों और दूतावासों को समर्थन दें।
मैं अपने अनुभव से यह जानता हूं, यह एक मुश्किल ऑपरेशन है। हमें लोगों को यूक्रेन से निकाले जाने की कार्यवाई की राजनीतिकरण करने से परहेज करना चाहिए। देवेगौड़ा ने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि इस मुद्दे का राजनीतिकरण करना ऑपरेशन में शामिल लोगों के मनोबल को कमजोर करेगा। संकट के दौर में नंबर बढ़ाने की सोच से छवि खराब होगी। हमें एक साथ मिलकर काम करने की जरूरत है।